जल संरक्षण पर निबंध (Save Water Essay in Hindi)
यहाँ हमने छोटे व बड़े बच्चों के लिए जल संरक्षण अथवा पानी बचाओ, जल बचाओ पर बहुत ही आसान भाषा में जानकारी युक्त निबंध दिए हैं जो अलग अलग शब्द सीमा में लिखा गया है। जैसे – छोटे बच्चों के लिए जल बचाओ पर 100 – 200 शब्दों में निबंध और बड़े बच्चों के लिए जल संरक्षण पर 300 – 400 शब्दों में निबंध। आप अपने आवश्यकता और क्लास के अनुसार कोई भी निबंध चुन सकते हैं।
पानी बचाओ अथवा जल बचाओ पर निबंध (100-200 शब्द) – Pani bachao ya Jal bachao par Nibandh
पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व के लिए पानी अति आवश्यक है। हम खाने के बिना जी सकते हैं लेकिन पानी के बिना एक दिन भी नहीं जी सकते। पृथ्वी का 70% भाग पानी से ढका हुआ है जिससे अंतरिक्ष से हमारी धरती नीले ग्रह के रूप में दिखाई पड़ती है। पानी की सहायता से हम अपने जीवन में कई महत्वपूर्ण कार्य करते है जैसे पानी पीना, खाना बनाना, बर्तन धोना, कपड़े धोना, सफाई करना आदि। पानी सिर्फ मानव अस्तित्व के लिए ही आवश्यक नहीं है बल्कि यह पेड़ पौधों, जीव जंतुओं के लिए भी उतना ही आवश्यक है।
आजकल लोग पानी की बोतलें, चिप्स, कुरकुरे, इत्यादि खाकर उसका पैकेट नदियों नालों में फेंक देते हैं, बड़ी बड़ी कारखाने खुल रहे है जिससे पानी प्रदूषित हो रहा है। बहुत से लोग पानी को बेवजह बर्बाद करते है, इसलिए भारत में कई जगहों पर सूखा पड़ने लगा है, वहां लोग खेती नहीं कर पाते। कई जगहों पर लोगों को पीने के पानी के लिए बहुत दूर जाना पड़ता है या तो सरकारी वाटर टैंक आने पर ही उन्हें पानी मिल पाता है। निकट भविष्य में आने वाली पीढ़ियों को पानी की बहुत ज्यादा समस्या होगी। इसलिए हमारे लिए पीने का पानी बूँद बूँद कीमती है। ब्रश करते समय या हाथ धुलते समय नल को खुला न रखें, नहाते समय शावर से नहीं बल्कि बाल्टी में भरकर नहाना चाहिए, इस तरह रोजाना जो पानी हम इस्तेमाल करते है अगर उसमे थोड़ा भी ध्यान दें तो हम पानी को बर्बाद होने से बचा सकते है।
जल संरक्षण पर निबंध (300-400 शब्द) – Jal Sanrakshan par Nibandh
पानी बचाओ : एक अनिवार्य कदम
पृथ्वी पर जीवन का आधार पानी ही है और सभी जीवों के लिए समान रूप से आवश्यक है, इसके बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। लेकिन आज, पूरे विश्व में पीने योग्य पानी की कमी एक गंभीर समस्या बन गई है, जिसे सुलझाने के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है।
हम दैनिक जीवन में पानी का उपयोग विभिन्न कार्यों जैसे पीने, खाना बनाने, साफ-सफाई, कृषि, उद्योग आदि के लिए करते हैं। परंतु, 21वीं सदी में बढ़ती जनसंख्या, शहरीकरण और औद्योगिकीकरण के कारण पानी की मांग में अत्यधिक वृद्धि हुई है। पानी का अनियमित उपयोग और जल प्रदूषण ने स्थिति को और भी ज्यादा गंभीर बना दिया है।
हम सभी को , पानी बचाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाने होंगे :
- जल संरक्षण: पानी का सावधानीपूर्वक उपयोग करना चाहिए। अनावश्यक रूप से नल को खुला न छोड़ें और लीक होने वाले नलों को तुरंत ठीक कराना चाहिए।
- पुनर्चक्रण: पानी का पुनर्चक्रण और पुन: उपयोग से हम पानी की बचत कर सकते है। घरेलू उपयोग के बाद बचे हुए पानी को बागवानी या अन्य कार्यों में पुनः उपयोग किया जा सकता है।
- वर्षा जल संचयन: घर की छतों, सार्वजनिक स्थानों पर और छोटे बड़े तालाब खोदकर वर्षा जल को ज्यादा से ज्यादा संग्रहित करने कोशिश करनी चाहिए, ताकि भूजल स्तर में वृद्धि हो सके।
- प्रदूषण नियंत्रण: जल स्रोतों को प्रदूषित होने से बचाना अतिआवश्यक है। बड़े बड़े उद्योगों को अपने अपशिष्ट जल को शुद्ध करने के बाद ही उसे नदियों और जलाशयों में छोड़ना चाहिए।
- सामुदायिक भागीदारी: यह सामुदायिक स्तर का अभियान है, लोगों को जागरूक होना होगा और जल संरक्षण के महत्व को समझना होगा। स्कूलों, कॉलेजों, और कानूनी व गैर कानूनी संगठनों द्वारा जल संरक्षण अभियानों का आयोजन किया जाना चाहिए।
- कृषि में जल का प्रबंधन: ड्रिप इरीगेशन और स्प्रिंकलर इरीगेशन जैसी तकनीकों का उपयोग कर पानी की बचत की जा सकती है।
पानी बचाने का प्रयास केवल सरकार और संगठनों के माध्यम से ही संभव नहीं हैं। प्रत्येक व्यक्ति का इसमें योगदान अतिआवश्यक है। हमें यह समझना होगा कि पानी का बचाव हमारे और आने वाली पीढ़ियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
इसलिए, यदि हम सब मिलकर जल संरक्षण की दिशा में प्रयास करें, तो हम इस बहुमूल्य संसाधन को बचाकर अपने भविष्य को सुरक्षित बना सकेंगे। पानी बचाना, पृथ्वी पर जीवन को बचाना है। इसलिए, हमें अभी से ही इस दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
जल का संरक्षण निबंध (300 शब्द)
धरती पर जीवन के अस्तित्व को बनाये रखने के लिये जल का संरक्षण और बचाव बहुत जरूरी होता है क्योंकि बिना जल के जीवन सभव नहीं है। पूरे ब्रह्माण्ड में एक अपवाद के रुप में धरती पर जीवन चक्र को जारी रखने में जल मदद करता है क्योंकि धरती इकलौता अकेला ऐसा ग्रह है जहाँ पानी और जीवन मौजूद है।
जल का संरक्षण
पानी की जरुरत हमारे जीवन भर है इसलिये इसको बचाने के लिये केवल हम ही जिम्मेदार हैं। संयुक्त राष्ट्र के संचालन के अनुसार, ऐसा पाया गया है कि राजस्थान में लड़कियाँ स्कूल नहीं जाती हैं क्योंकि उन्हें पानी लाने के लिये लंबी दूरी तय करनी पड़ती है जो उनके पूरे दिन को खराब कर देती है इसलिये उन्हें किसी और काम के लिये समय नहीं मिलता है।
राष्ट्रीय अपराध रिकार्डस् ब्यूरो के सर्वेक्षण के अनुसार, ये रिकार्ड किया गया है कि लगभग 16,632 किसान (2,369 महिलाएँ) आत्महत्या के द्वारा अपने जीवन को समाप्त कर चुकें हैं, हालांकि, 14.4% मामले सूखे के कारण घटित हुए हैं। इसलिये हम कह सकते हैं कि भारत और दूसरे विकासशील देशों में अशिक्षा, आत्महत्या, लड़ाई और दूसरे सामाजिक मुद्दों का कारण भी पानी की कमी है। पानी की कमी वाले ऐसे क्षेत्रों में, भविष्य पीढ़ी के बच्चे अपने मूल शिक्षा के अधिकार और खुशी से जीने के अधिकार को प्राप्त नहीं कर पाते हैं।
भारत के जिम्मेदार नागरिक होने के नाते, पानी की कमी के सभी समस्याओं के बारे में हमें अपने आपको जागरुक रखना चाहिये जिससे हम सभी प्रतिज्ञा ले और जल संरक्षण के लिये एक-साथ आगे आये। ये सही कहा गया है कि सभी लोगों का छोटा प्रयास एक बड़ा परिणाम दे सकता है जैसे कि बूंद-बूंद करके तालाब, नदी और सागर बन सकता है।
जल संरक्षण के लिये हमें अतिरिक्त प्रयास करने की जरुरत नहीं है, हमें केवल अपने प्रतिदिन की गतिविधियों में कुछ सकारात्मक बदलाव करने की जरुरत है जैसे हर इस्तेमाल के बाद नल को ठीक से बंद करें, फव्वारे या पाईप के बजाय धोने या नहाने के लिये बाल्टी और मग का इस्तेमाल करें। लाखों लोगों का एक छोटा सा प्रयास जल संरक्षण अभियान की ओर एक बड़ा सकारात्मक परिणाम दे सकता है।
FAQs: Frequently Asked Questions on Save Water (जल संरक्षण पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
उत्तर- मासिनराम (मेघालय)
उत्तर- चंडीगढ़
उत्तर- वनों की कटाई पर रोक एवं लोगों के अंदर जागरूकता का आना।
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जल के बिना जीवन असंभव है। जल के बिना आप जीवित रहने कि कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। इंसान खाने के बिना कुछ समय तक जीवित रह सकते हैं। लेकिन पानी के बिना जीवित रहना असंभव है। पृथ्वी पर 75 प्रतिशत से ज्यादा पानी है। लेकिन यह पानी पीने योग्य नहीं है। पृथ्वी पर केवल 3 प्रतिशत पानी पीने योग्य है। आज शहर के आलावा गांव में भी पानी सूखता जा रहा हैं। यदि आप मेरे गांव की बात करें तो, आज से 10 साल पहले 50 फुट पर पानी निकल जाता था। लेकिन आज 80 फुट पर भी साफ पानी नहीं मिलता है। आज हर किसी को समझना चाहिए कि जल का महत्व क्या है?। यदि हम पानी का महत्व नहीं समझ पाए तो, आने वाले समय में पानी समाप्त हो जायेगा और इसके दोषी केवल हम होंगे।
“जल है तो हम हैं”
जल हमारे जीवन का एक अमूल्य हिस्सा है, इसके बिना हम दुनिया की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। जैसे जल के बिना नदी सुख जाती है ठीक उसी तरह जल के बिना इंसान अपने महत्वपूर्ण जीविका के साधन से वंचित रह जाता है। इसलिए ये कहना गलत नहीं होगा की “ जल है तो सब हैं और जल है तो हम हैं“ जल के बिना मनुष्य की क्या दुर्दशा होगी, इसका अंदाजा हम यहीं से लगा सकते हैं इसीलिए हमें चाहिए कि हम जल का कम से कम उपयोग करें और जल बचाव हेतु कदम उठाएं। साथ ही यहां हम जल कितने प्रकार के होते हैं?, जल और प्राकृतिक का मानव के जीवन में क्या महत्व है?, आदि जैसे विषयों के बारे में आगे विस्तार से चर्चा करेंगे। आइये फिर नीचे jal ka mahatva essay in hindi देखते हैं।
जल और प्रकृति का मानव के जीवन में महत्व
जल बिन सूखा पड़ा है खेत -खलिहान ——— सूखे पड़े हैं धरती आंगन
जल और प्रकृति के साथ मनुष्य का शुरू से ही गहरा नाता रहा है। प्राकृतिक सौंदर्य की वजह से ही वर्षा होती है और यही वर्षा किसान के खेत – खलियान को पानी देने का भी काम करती हैं। इसलिए कह सकते हैं कि जल और प्राकृतिक के साथ मनुष्य का एक अनमोल रिश्ता है, जिसे एक किसान ही समझ सकता है क्योंकि उसकी फसल जल के कारण ही संभव हो पाती है। पहले के समय में सिंचाई के लिए लोग पूरी तरह से ही वर्षा के पानी पर ही निर्भर रहते थे। उनके पास कोई अन्य साधन की व्यवस्था नहीं होती थी। जैसे – जैसे समय बदला नए तकनीक का विकास हुआ वैसे – वैसे जल और प्राकृतिक सौंदर्य में भी बदलाव आया। लेकिन पानी और मनुष्य का संबंध में कोई बदलाव नहीं हुआ उनकी जरूरत आज भी उतनी ही है जितनी पहले हुआ करती थी बस जरूरत है उन्हें सहेज के रखने की।
पानी पीने के फायदे
पानी हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है, जल के बिना हम जिंदा रहने के बारे में सोच भी नहीं सकते है। पानी हमें एक नई ऊर्जा देता है जिसके कारण हमारा शरीर काफी तेज गति से काम करने के लिए हमेशा तैयार रहता है। जिस तरह से भोजन हमारे के लिए आवश्यक है ठीक उसी तरह पानी भी हमारे लिए आवश्यक है। पानी हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण तत्व है।
जून के महीने में आपको धूप में चलते हुए अचानक प्यास लगी हुई हो और आपको पानी ना मिले तब आपको महसूस होगा कि हमारे शरीर को पानी की उस वक्त कितनी जरूरत है और तब हम मन ही मन में बस ये सोच रहे होंगे कि कहीं ना कहीं से पीने के लिए पानी मिल जाए। यही कारण है कि हमारे शरीर के लिए पानी बहुत आवश्यक के साथ-साथ लाभदायक भी है।
पानी न पीने के नुकसान
अगर हम पानी न पिए तो हमारे शरीर में पानी की कमी हो जाएगी, इसके कारण हमारा शरीर काम करना बंद कर देगा, हमें ऐसा लगेगा जैसे हम काफी कमजोर हो गए हैं और हमारा किसी भी काम करने में मन नहीं लगेगा, अगर हम एक दिन पानी न पिए तो, हमारा गला सूख जायेगा। हमारे शरीर में पानी की कमी हो जाएगी। जिससे हमें चक्कर भी आ सकते हैं। हर इंसान को एक दिन में कम से कम 4 लीटर पानी पीना चाहिए।
जल ही जीवन है
जैसा कि हम ऊपर चर्चा कर चुके हैं कि जल के बिना हमारा कोई अस्तित्व ही नहीं है, जल हमारे जीवन का एक अमूल्य हिस्सा है यही कारण है कि जल और संसार के साथ जुड़ा हुआ मनुष्य को चाहिए कि वह प्रकृति, जल आदि को बहुत सहेज कर चले अन्यथा हमें उसका बुरा परिणाम भी झेलने के लिए तैयार रहना पड़ेगा। आपने आते – जाते सड़कों पर, गलियों में, जल ही जीवन है का पोस्टर लगा हुआ जरूर ही देखा होगा या किसी दीवाल पर रंगीन चित्रों के माध्यम से बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा हुआ आपको दिख जाएगा जल ही जीवन है। यह इसलिए लिखा जाता है ताकि मनुष्य जल के प्रति सजग हो सके और उन्हें बिना मतलब के बर्बाद ना करें अर्थात उन्हें जितने की आवश्यकता हो उतना ही उपयोग में लाएं।
अगर आपके घर में एक दिन पानी ना आएं तो आप महसूस कर पाएंगे कि पानी के बिना आपका सारा काम ही रुक गया है उस समय आपके पास पीने के लिए भी पानी ना हो ऐसे में आप खुद को असहज महसूस करेंगे।
अगर यही स्थिति पूरे देश में उत्पन्न हो जाए तो हम पाएंगे कि एक बड़ा हिस्सा जल से वंचित रह जाएगा ।
जल के प्रकार
जल को हम तीन भागों में बाट सकते है 1) द्रव 2) ठोस 3) वाष्प
लेकिन बाद में ये जल का ही रूप ले लेते हैं पिघल कर । इसलिए यहां ये कहना सही होगा कि जल मुख्यता : जल ही होता है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से इसे हम तीन भागों में बांटकर इसका नाम अलग – अलग रख तो दिए हैं इसका जो मूल रूप है वो पानी ही है।
पानी के स्रोत
जल को कई जगह इकट्ठा कर सकते हैं और जल को कई जगह से ले भी जा सकते हैं जैसे कुआं, नदी, नहर, तालाब, जलाशय, कुंड, आदि जगह पर हम वर्षा के पानी को इकट्ठा करके बाद में भी इसका प्रयोग कर सकते हैं।
वर्षा – वर्ष पानी का सबसे बड़ा स्त्रोत है। वर्षा से हमारी धरती के नीचे पानी जाता है। जिससे हमें पानी आसानी से मिल जाता है। आज वर्षा का पानी इकट्ठा करके बड़े-बड़े पानी के स्त्रोत बनाएं जा रहे हैं।
कुआं – पानी का सबसे अच्छा स्रोत माने जाने वाला कुआं है यहां बारिश का पानी भी इकट्ठा हो जाता है और ये पीने योग्य भी बना रहता है हमेशा ।
तालाब – तालाब में अक्सर बारिश का पानी ही इकट्ठा किया जाता है ताकि उसे खेत की सिंचाई के लिए इस्तेमाल किया जा सके या कमल जैसे फूल को उगाने में इसका प्रयोग किया जाता है सबसे ज्यादा।
हमारे जीवन में पानी की विशेषता
पानी हमारे रोजमर्रा की जिंदगी के लिए एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। सफाई से लेकर खाना बनाने तक, कपड़े से लेकर, बर्तन साफ करने तक, नहाने से लेकर कार की धुलाई तक आदि जैसे चीजों के लिए हम आज पूरी तरह से पानी पर ही निर्भर है। यही कारण है कि हम दिन से लेकर रात तक हम खुद को पानी से चारों तरफ गिरा हुआ ही पाते हैं।
घर हो या बाहर हर जगह हमें पानी की आवश्यकता होती ही है और इसी को पूरा करने के लिए नए-नए तरह के तकनीक का उपयोग किया जा रहा है ताकि हमें कभी पानी की कमी महसूस न हो और हर जगह हमें पानी उपलब्ध मात्रा में मिल सके।
हमारे जीवन में पानी की जरूरत को देखते हुए शहरों में हर जगह पानी के कनेक्शन की व्यवस्था की गई है ताकि हम उचित साधन के साथ पानी की व्यवस्था का लाभ उठा सकें।
स्वच्छ जल का महत्व
स्वच्छ जल हमारे देश के लिए आज एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन चुका है। यही कारण है कि नल की जगह आज सभी अपने घरों में पीने के लिए फिल्टर या आरो का इस्तेमाल करने लगे हैं। स्वच्छ जल हमारे लिए बहुत उपयोगी है और स्वच्छ जल आज के युवाओं की पहली मांग बन चुकी है। जिसको देखते हुए बाजार में नए-नए तरह के उत्पाद और तकनीक को उतारा जा रहा है जिससे युवा वर्ग बहुत ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। उन्हें लगता है कि इन तकनीकों की विकास की वजह से हमें सस्ते में स्वच्छ जल उपलब्ध हो जाएगा।
पीने के पानी के लिए फिल्टर का यूज़
लोगों का मानना है कि स्वच्छ जल हमारे और हमारे शरीर के लिए लिए बहुत उपयोगी है। यही कारण है कि लगातार अब फिल्टर और आरो की मांग बढ़ रही है अब लोग नल और कुएं का पानी पीने से भी डरते हैं। कहीं उन्हें किसी तरह की बीमारी ना हो जाए उन्हें लगता है कि स्वच्छ जल हमें केवल फिल्टर या आरो ही दे सकता है। लेकिन जल की शुद्धता आरो है यह कहना गलत है। अगर पहले की बात करें तो, हमारे पास कुएं और नल स्वच्छ जल के रूप में उपलब्ध थे लेकिन आज उनकी भी क्वालिटी में कहीं ना कहीं बदलाव आ गया है जिसके चलते पानी की शुद्धता पर सवाल खड़ा होने लगे हैं।
हमें जल का महत्व समझना बहुत जरुरी है। अगर हम जल का महत्व नहीं समझ पाए, तो आने वाले समय में पानी से करोड़ों लोग वंचित हो जायेंगे। पृथ्वी पर पीने योग्य पानी तेजी से कम हो रहा हैं। आज से ही हमें पानी पर विशेष रूप से ध्यान देना शुरू करना होगा। तभी आने वाले समय में हम पानी को बचा सकेंगे। हमें अपने पुरे दिन में कम से कम पानी का इस्तेमाल करना चाहिए।
जल का महत्व पर 10 लाइनें
- जल ही जीवन है, जल के बिना जीवन असंभव है।
- पृथ्वी पर 75 प्रतिशत पानी है, लेकिन पीने योग्य पानी केवल 3 प्रतिशत है।
- पानी इंसान के लिए नहीं, बल्कि जानवरों, पक्षी, पेड़-पौधों सभी के लिए आवश्यक है।
- जल के बिना हम कोई भी काम नहीं कर सकते हैं।
- इंसान खाने के बिना कुछ समय तक जिंदा रह सकते हैं, लेकिन जल के बिना नहीं।
- जल का सबसे बड़ा स्त्रोत झील और वर्षा है।
- भारत की ब्रह्मपुत्र नदी में सबसे अधिक पानी है।
- मानव के शरीर में लगभग 60 प्रतिशत पानी होता है। वही मस्तिष्क में 85, रक्त में 79 और फेफड़ों में लगभग 80 प्रतिशत जल होता है।
- जल तीन प्रकार के होते हैं :- द्रव, ठोस (बर्फ), और हवा में (अदृश्य) वाष्प।
- “ जल है तो सब हैं और जल है तो हम हैं“
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जल के महत्व पर निबंध 10 lines (Importance Of Water Essay in Hindi) 100, 200, 250, 300, 500, शब्दों मे
Importance Of Water Essay in Hindi – पानी के बिना हमारे ग्रह पर, यानी पृथ्वी पर, जीवन नहीं हो सकता। क्योंकि हर जीवित जीव को पानी की आवश्यकता होती है, और इसलिए पानी के प्रति अच्छी समझ और देखभाल हम सभी के लिए जरूरी है। इसलिए, छात्रों को अंग्रेजी भाषा में पानी के महत्व पर चर्चा करते हुए एक निबंध लिखना चाहिए।
ऐसे विषय पर निबंध लिखने से छात्रों के मन में हमारे जीवन में पानी की भूमिका के बारे में अच्छे विचारों की श्रृंखला खुलती है, और यह छात्रों को पानी के महत्व के बारे में भी जागरूक कर सकता है।
जल का महत्व पर निबंध 10 पंक्तियाँ (Importance of Water Essay 10 Lines in Hindi) 100 – 150 Words
- 1) पृथ्वी पर जीवन के पोषण के लिए जल बहुत आवश्यक है।
- 2) यह हमारी प्यास बुझाने के लिए महत्वपूर्ण है।
- 3) हमारे शरीर का लगभग 70% हिस्सा पानी से बना है।
- 4) घरेलू गतिविधियों को चलाने के लिए पानी महत्वपूर्ण है।
- 5) खेती के लिए पानी बहुत जरूरी है.
- 6) प्रदूषित जल मानव स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है।
- 7) पृथ्वी पर ताज़ा पानी सीमित है इसलिए हमें इसका संरक्षण करना चाहिए।
- 8) जल प्रत्येक जीवित प्राणी के अस्तित्व के लिए आवश्यक है।
- 9) झीलें, नदियाँ, महासागर आदि जल के प्रमुख स्रोत हैं।
- 10) हमें आज के साथ-साथ बेहतर कल के लिए भी पानी बचाना चाहिए।
जल के महत्व पर लघु निबंध 200 शब्द (Short Essay on Importance of Water 200 Words in Hindi)
पृथ्वी पर जल प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। यह पृथ्वी की सतह के साथ-साथ उसके नीचे भी मौजूद है। पृथ्वी की सतह पर मौजूद जल निकायों में नदियाँ, तालाब, समुद्र और महासागर शामिल हैं। सूर्य की अत्यधिक गर्मी के कारण सतह का पानी वाष्पित हो जाता है। यह वायुमंडल में प्रसारित होता है और बादलों का निर्माण करता है जो फटते हैं और बारिश के रूप में पृथ्वी की सतह पर पहुँचते हैं। इस प्रकार, जो पानी वाष्पित हो जाता है वह लगातार होने वाली जल चक्र की प्राकृतिक प्रक्रिया द्वारा पुनः प्राप्त हो जाता है। यह पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखने में मदद करता है और हमारे ग्रह को रहने लायक बनाता है।
हालाँकि पृथ्वी प्रचुर मात्रा में पानी से भरी हुई है, ताज़ा पानी इसका बहुत छोटा हिस्सा है और इसकी मात्रा दिन पर दिन कम होती जा रही है। यह दुखद है लेकिन सच है कि विभिन्न मानवीय गतिविधियों और मानवीय लापरवाही के कारण पृथ्वी पर मौजूद पानी प्रदूषित हो रहा है। ताज़ा पानी ख़त्म हो रहा है क्योंकि औद्योगिक और घरेलू कचरे के कारण जल निकाय प्रदूषित हो रहे हैं।
अब समय आ गया है कि हम अपने जीवन में पानी के महत्व और इसे बचाने की आवश्यकता को समझें। ऐसे कई सरल तरीके हैं जिनसे हम पानी की बर्बादी से बच सकते हैं जैसे कम पानी से नहाना, आरओ के अपशिष्ट जल से पौधों को पानी देना, कार को पाइप के बजाय गीले कपड़े से साफ करना आदि। हमें वर्षा जल की विधि का भी उपयोग करना चाहिए वर्षा जल एकत्र करने के लिए संचयन। इस तरह हम पानी बचाने में अपना योगदान दे सकते हैं।
जल के महत्व पर निबंध 250 शब्द (Short Essay on Importance of Water 250 Words in Hindi)
जल के बिना पृथ्वी पर जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। हालाँकि पृथ्वी ग्रह पर पानी प्रचुर मात्रा में है, लेकिन इस पानी का केवल एक छोटा सा प्रतिशत ही वास्तव में उपयोगी है। वास्तव में, इसके अधिकांश भाग तक पहुँचा ही नहीं जा सकता। इस धरती पर पानी से ज्यादा कीमती कुछ भी नहीं है। हमारे दैनिक जीवन में पानी सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक है।
हम इससे कई तरह से लाभ उठा सकते हैं। ब्रश करने से लेकर नहाने तक सभी गतिविधियों में पानी का उपयोग शामिल होता है। बहुत सारी बीमारियाँ गंदे और अपर्याप्त पानी के सेवन के कारण होती हैं, उदाहरण के लिए, गुर्दे की पथरी, मूत्र पथ में संक्रमण और भी बहुत कुछ। अच्छे शारीरिक स्वास्थ्य और फिटनेस को बनाए रखने के लिए हमें सही मात्रा और अच्छी गुणवत्ता वाले पानी का सेवन करना चाहिए। जल पृथ्वी पर मौजूद सभी प्राणियों के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण है। हालाँकि, कई जलीय जानवर पूरी तरह से पानी पर निर्भर हैं क्योंकि पानी ही उनका घर है।
इसका प्रयोग मानव द्वारा इस प्रकार किया गया है कि यह हमें निःशुल्क प्रतीत होता है। यह मुफ़्त है क्योंकि इसका वास्तविक मूल्य किसी भी मुद्रा का उपयोग करके निर्धारित नहीं किया जा सकता है। जल संरक्षण को गंभीरता से लेना सबसे महत्वपूर्ण कार्यों में से एक है जिसे हमें करने की आवश्यकता है। अब समय आ गया है कि हम पानी का बुद्धिमानी से उपयोग करना शुरू करें और इसे प्रदूषित करने वाली गतिविधियों को सीमित करें ताकि यह लंबे समय तक बना रहे।
जल के महत्व पर निबंध 300 शब्द (Short Essay on Importance of Water 300 Words in Hindi)
पृथ्वी पर जल प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। यह उन मुख्य कारणों में से एक है जो हमारे ग्रह पर जीवन को संभव बनाते हैं। विभिन्न स्रोतों से उपलब्ध जल सभी जीवित प्राणियों के लिए एक अनिवार्य आवश्यकता है। इसका उपयोग मनुष्य द्वारा विभिन्न प्रयोजनों के लिए किया जाता है। यहां पानी के कुछ महत्वपूर्ण उपयोग दिए गए हैं।
जल के विभिन्न उपयोग
पीना : जीवित प्राणियों के अस्तित्व के लिए पानी पीना महत्वपूर्ण है। तो, पानी का एक मुख्य उपयोग पीना है।
खाना पकाना : पानी का उपयोग खाना पकाने के लिए भी किया जाता है। कई व्यंजनों जैसे दाल, चावल, सूप आदि में पानी की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, यहां तक कि जिन सब्जियों और फलों को तैयार करने के लिए अतिरिक्त पानी की आवश्यकता नहीं होती है, उन्हें खाने/खाना पकाने से पहले अच्छी तरह से धोया जाना चाहिए।
सफाई : चाहे घर, ऑफिस, कार, मशीनरी या किसी भी चीज की सफाई हो, पानी का उपयोग किए बिना यह संभव नहीं है। सभी सफाई कार्यों में पानी की आवश्यकता होती है।
धुलाई : कपड़े, बर्तन और कई अन्य चीजें धोने के लिए भी पानी की आवश्यकता होती है।
स्वच्छता : स्वच्छता के लिए भी पानी की आवश्यकता होती है। यह साफ-सफाई और स्वच्छता बनाए रखने में मदद करता है।
कृषि : पृथ्वी पर पानी का एक बड़ा हिस्सा कृषि के लिए उपयोग किया जाता है। इसका उपयोग मुख्य रूप से भूमि को उपजाऊ बनाए रखने और फसलों को पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए खेतों की सिंचाई के लिए किया जाता है। इसका उपयोग पशुओं को पालने के लिए भी किया जाता था।
उद्योग : उद्योग विभिन्न प्रयोजनों के लिए पानी का उपयोग करते हैं। कई उत्पादों के निर्माण में पानी की आवश्यकता होती है। इसका उपयोग विभिन्न उत्पादों के परिवहन, निर्माण और प्रसंस्करण में किया जाता है। कुछ उद्योग जिन्हें अच्छी मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है उनमें लुगदी और कागज और इंजीनियरिंग उद्योग शामिल हैं।
घरों और कार्यालयों में विभिन्न प्रयोजनों के लिए उपयोग किया जाने वाला पानी। यह अन्य प्राणियों के लिए भी उतना ही आवश्यक है जितना कि मनुष्यों के लिए। इसलिए यह हमारे जीवित रहने का एक मुख्य कारण है। जल के बिना जीवन की कल्पना करना असंभव है।
जल के महत्व पर निबंध 500 शब्द (Short Essay on Importance of Water 500 Words in Hindi)
पृथ्वी पर मौजूद सभी जीवन रूपों के कामकाज के लिए पानी मूलभूत आवश्यकता है। यह कहना सुरक्षित है कि पृथ्वी पर जीवन का समर्थन करने वाला एकमात्र ग्रह होने का कारण पानी ही है। यह सार्वभौमिक विलायक इस ग्रह पर हमारे पास मौजूद प्रमुख संसाधनों में से एक है। जल के बिना जीवन का संचालन असंभव है। आख़िरकार, यह पृथ्वी का लगभग 70% भाग बनाता है।
हालाँकि, इसकी विशाल प्रचुरता के बावजूद, पानी बहुत सीमित है। यह एक अनवीकरणीय संसाधन है। इसके अलावा, हमें इस तथ्य को समझने की आवश्यकता है कि यद्यपि पानी प्रचुर मात्रा में है, लेकिन इसका पूरा उपभोग करना सुरक्षित नहीं है। हम दैनिक आधार पर जल से कुछ अत्यंत आवश्यक उपयोग प्राप्त करते हैं।
जल का महत्व
अगर हम अपने निजी जीवन की बात करें तो पानी हमारे अस्तित्व का आधार है। मानव शरीर को दिन-प्रतिदिन जीवित रहने के लिए पानी की आवश्यकता होती है। हम बिना भोजन के पूरे एक सप्ताह तक जीवित रह सकते हैं लेकिन पानी के बिना हम 3 दिन भी जीवित नहीं रह पाएंगे। इसके अलावा, हमारे शरीर में 70% पानी ही होता है। यह, बदले में, हमारे शरीर को सामान्य रूप से कार्य करने में मदद करता है।
इस प्रकार, पर्याप्त पानी की कमी या दूषित पानी का सेवन मनुष्यों के लिए गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है। इसलिए, हम जो पानी पीते हैं उसकी मात्रा और गुणवत्ता हमारे शारीरिक स्वास्थ्य और फिटनेस के लिए आवश्यक है।
इसके अलावा, हमारी दैनिक गतिविधियाँ पानी के बिना अधूरी हैं। चाहे हम सुबह उठकर ब्रश करने की बात करें या खाना पकाने की, यह भी उतना ही महत्वपूर्ण है। पानी का यह घरेलू उपयोग हमें इस पारदर्शी रसायन पर बहुत अधिक निर्भर बना देता है।
इसके अलावा बड़े पैमाने पर उद्योग बहुत अधिक पानी की खपत करते हैं। उन्हें अपनी प्रक्रिया के लगभग हर चरण के लिए पानी की आवश्यकता होती है। यह उन वस्तुओं के उत्पादन के लिए आवश्यक है जिनका हम प्रतिदिन उपयोग करते हैं।
यदि हम मानव उपयोग से परे देखें, तो हमें एहसास होगा कि पानी हर जीवित प्राणी के जीवन में एक प्रमुख भूमिका कैसे निभाता है। यह जलीय जंतुओं का घर है। एक छोटे कीड़े से लेकर व्हेल तक, हर जीव को जीवित रहने के लिए पानी की आवश्यकता होती है।
इसलिए, हम देखते हैं कि कैसे न केवल मनुष्यों को बल्कि पौधों और जानवरों को भी पानी की आवश्यकता होती है। पृथ्वी कार्य करने के लिए जल पर निर्भर है। हम स्वार्थी नहीं हो सकते हैं और पर्यावरण की परवाह किए बिना इसे अपने उपयोग के लिए इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं।
पानी के बिना एक दुनिया
पानी न केवल हमारे अस्तित्व के लिए बल्कि स्वस्थ और खुशहाल जीवन के लिए भी आवश्यक है। अफ़्रीका जैसे जल-वंचित देशों का परिदृश्य तो सभी ने देखा है, जहाँ नागरिक दयनीय जीवन जी रहे हैं। अब सभी के लिए जागने और जल संरक्षण की आवश्यकता को समझने का समय आ गया है।
दूसरे शब्दों में, पानी के बिना दुनिया में मानव जाति का अस्तित्व असंभव हो जाएगा। यही बात सभी जानवरों और पौधों के बारे में भी कही जा सकती है। वस्तुतः जल के बिना सारी पृथ्वी कष्ट भोगेगी।
सबसे पहले, हरियाली जल्द ही कम हो जाएगी। जब धरती को पानी नहीं मिलेगा तो सारी वनस्पति नष्ट होकर बंजर भूमि में तब्दील हो जायेगी। विभिन्न ऋतुओं का आना शीघ्र ही समाप्त हो जाएगा। पृथ्वी एक बड़ी अंतहीन गर्मी में फंस जाएगी।
इसके अलावा जलीय जंतुओं का घर भी उनसे छीन लिया जाएगा। इसका मतलब है कि हमारे देखने के लिए कोई मछलियाँ और व्हेल नहीं हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अगर हमने तुरंत पानी का संरक्षण नहीं किया तो सभी प्रकार के जीवित जीव विलुप्त हो जाएंगे।
निष्कर्षतः, पानी का अनावश्यक उपयोग तुरंत रोका जाना चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति को जल संरक्षण और संतुलन बहाल करने के लिए काम करना चाहिए। यदि नहीं, तो हम सभी जानते हैं कि इसके परिणाम क्या होंगे।
जल के महत्व पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q.1 विश्व जल दिवस कब मनाया जाता है.
उत्तर. 22 मार्च को विश्व जल दिवस के रूप में मनाया जाता है।
Q.2 किन देशों में पानी की कमी का ख़तरा है?
उत्तर. कतर, लीबिया, इरिट्रिया, इथियोपिया आदि में पानी की कमी का खतरा है।
Q.3 पृथ्वी का अधिकांश जल कहाँ है?
उत्तर. पृथ्वी का अधिकांश जल (लगभग 96.5) महासागरों में है।
Q.4 जल के प्रमुख स्रोत कौन से हैं?
उत्तर. जल के कुछ स्रोत जलाशय, नदियाँ, झीलें, भूजल आदि हैं।
Save Water Essay in Hindi – जल संरक्षण पर निबंध
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Save Water Essay in Hindi – जल संरक्षण पर निबंध
Essay on Save Water in Hindi ( 200 words )
जल भगवान का दिया हुआ अमूल्य उपहार है और यह हमारी मूलभूत आवश्यकता है। इसकी जरूरत हमें विभिन्न क्रियकलापों के लिए होती है लेकिन मनुष्य इसे अंधाधुंध प्रयोग कर रहा है जिससे जल निरंतर कम होता जा रहा है। जल का सही तरीके से प्रयोग करना ही जल सरंक्षण है। वैसे तो हमारी पृथ्वी का दो तिहाई हिस्सा पानी है लेकिन सिर्फ 1 प्रतिशत जल ही स्वच्छ जल उपलब्ध है और यदि हम इसी तरह से जल को बर्बाद करके रहेंगे तो आने वाले समय में पानी नहीं मिलेगा जिसके अभाव में धरती पर जीवन खत्म हो जाऐगा।
जल सरंक्षण आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत बन चुका है जिसे हम सबको समधना चाहिए और हमें जल का प्रयोग सुनियोजित तरीके से करना चाहिए। हम वर्षा के जल को भी सरंक्षित कर सकते हैं और उसका प्रयोग कपड़े आदि धोने में कर सकते हैं। हमें नलों को खुला नहीं छोड़ना चाहिए। जल को दुषित होने से भी रोकना होगा। कारखानों को नदियों से दुर लगाना चाहिए। हम सबको मिलकर जल सरंक्षण को अपनाना होगा ताकि आने वाले समय में भी हमें पानी मिल सके और पृथ्वी पर वनस्पति और सभी जीव अच्छे से जीवन यापन कर सकें।
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Save water Essay in Hindi 300 words
धरती पर समस्त जीवन चक्र को बनाए रखने के लिए हवा, पानी और भोजन जरूरी है, किसी एक की कमी के बिना कोई भी जीवित नहीं रह सकता । जल को अमूल्य संपत्ति कहा जाता है और इस की एक-एक बूंद हमारे लिए बहुत जरूरी है । धरती पर वैसे तो जल का 70% प्रतिशत भाग है लेकिन हम उपयोग कर सके उतना 1% प्रतिशत जल है । अत: में हमें जल को सोच समझ कर उपयोग करना चाहिए ।
हमें जल क्यों बचाना चाहिए
आपने यह स्लोगन तो सुना ही होगा कि “जल है तो कल है” यदि जल ही खत्म हो गया तो हमारा कल भी खत्म हो जाएगा। धरती पर अगर इंसानों को जिंदा रहना है, तो जल अवश्य बचाना होगा । पानी के लिए हमारे वैज्ञानिकों ने बहुत सारे ग्रहों पर research किया, मगर सभी ग्रहों में से सिर्फ पृथ्वी में ही पानी है । भारत, अफ्रीका और एशिया के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को स्वच्छ पानी के लिए लंबी दूरी (लगभग 4 किमी। से 5कि.मी.) तय करनी पड़ रही है। दुनिया में कई ऐसे देश है जहां पर पानी की कमी है, Example=दुबई । दुबई एक ऐसा देश है, जहां पर पानी प्रति लीटर 100 रुपए में बिकता है । ऐसी ही स्थिति आने वाले कुछ ही समय में भारत की भी हो सकती है ।
जल को कैसे बचाना है-
1. पानी का दुरुपयोग कम करना पड़ेगा, जितने पानी की जरूरत है, उतना ही पानी यूज करना है । बर्तन धोते समय या फिर ब्रश करते समय पानी का जितना हो सके उतना कम उपयोग करना है ।
2. गाड़ी, हौंडा या फिर कोई भी दूसरे साधन को पाइप लाइन के द्वारा धोते समय पानी का उपयोग कम करना है । इसके लिए पाइप की जगह बाल्टी का यूज कर सकते हैं ।
3. जहां पर भी आपको नल खुला हुआ दिखे, तुरंत ही उस समय नल को बंद कर दीजिए । या फिर आपको कोई भी व्यक्ति पानी का दुरुपयोग करता दिखे, तो उसे पानी का महत्व समझाइए।
4. वॉशिंग मशीन में रोज-रोज कपड़े धोने से अच्छा है, तीन-चार दिन के बाद कपड़े इकट्ठे होने पर वॉशिंग मशीन में साफ करें ।
5. नहाते समय शॉवर की बजाय बाल्टी एवं मग का प्रयोग करें, क्योंकि इससे पानी की काफी बचत होगी ।
Jal Sanrakshan Par Nibandh ( 400 words )
जल प्रकृति द्वारा मानव को दिया गया एक अनमोल तोफहा है, जिसका मूल्य लगाना बहुत कठिन है| जल के बिना जीवन का कोई महत्त्व नहीं, न ही कोई अस्तित्व है, फिर चाहे वो जीवन पशुओ का हो या मनुष्यों का । किन्तु आधुनिक युग में आदमी की लापरवाही ने धरती पर जल की कमी जैसी समस्या को उत्पन्न कर दिया है, जिसके भयंकर परिणामस्वरूप आज कई इलाके सूखाग्रस्त है एवं पीने योग्य पानी के लिए तरस रहे है ।
पृथ्वी के तीन चौथाई भाग पर पानी है, किन्तु पीने योग्य पानी की मात्र बहुत कम है । मनुष्य अपनी नियमित गतिविधियों के चलते नहाने, धोने, भोजन बनाने आदि में इतना जल बर्बाद करता है, जिसका कोई हिसाब नहीं है ।
जल सरंक्षण का अर्थ ( Meaning of Jal Sanrakshan ):
जल सरंक्षण का साधारण अर्थ है, किसी भी भांति जल को बचाना । आप खुद ही सोचे कि धरा पर केवल ३% जल पीने लायक है, इससे ज्यादा चिंताजनक बात और क्या हो सकती है । विशेषज्ञों के अनुसार यदि जल सरंक्षण के उपाय नहीं किये गए एवं इसी प्रकार जल की बर्बादी चलती रही तो अगला विश्व युद्ध जो होगा वो जल के ऊपर एकाधिकार करने के लिए होगा, जिसमे मनुष्य का विनाश निश्चित है ।
जल सरंक्षण के उपाय:
पानी को बचाने के लिए सर्वप्रथम तो सभी लोगो के भीतर जागरूकता एवं जल की बढती कमी के प्रति चिंता का उत्पन्न होता अति आवश्यक है । मनुष्य ने अपनी भूलो के कारण प्रकृति को काफी नुकसान पहुचाया है, इसलिए यदि वह आने वाली पीढियों के अस्तित्व को बचाना चाहता है, तो उसे निम्न उपाय करने चहिये:-
• रोजमर्रा के कार्य जैसे कपडे धोना, बर्तन धोंना, खाना बनाना आदि में कम से कम जल की खपत करे । • शौच के लिए बरसात के पानी या खारे पानी का इस्तेमाल भी किया जा सकता है । • पौधों को पानी देने के लिए पाइप के अलावा फुहारे वाली बाल्टी का इस्तेमाल करे । • पानी की रिसाव एवं टपकने की समस्या का भी शीघ्र समाधान हो एवं बरसात के पानी को इकठा करने के उपाय किये जाये ।
जल सरंक्षण हम सबका कर्तव्य है, ये केवल सरकार या एक संस्था का दायित्व नहीं । क्योकि:-
“ये जल है, अमृत है, ये जल ही जीवन है, इसकी बूंदों का मूल्य चुकाना कठिन है” ।
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Essay on Global Warming in Hindi
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जल के महत्व पर निबंध हिन्दी मे Essay on Importance of water in Hindi
इस लेख में आप जल के महत्व पर निबंध हिन्दी मे (Short essay on importance of water in Hindi) पढ़ सकते हैं। पानी का महत्व हमारे जीवन मे कितना है इस लेख को पढ़ कर आप जान सकते हैं। यह निबंध 1000 शब्दों मे स्कूल और कॉलेज के छात्रों के लिए लिखा गया है। छोटे बच्चे भी इससे एक लघु निबंध बना कर लिख सकते हैं। आई जानते हैं जल ही जीवन क्यों है ?
प्रस्तावना Introduction (जल के महत्व पर निबंध – 1000 Words)
मनुष्य जीवन में जल का बहुत बड़ा महत्व है। जल के बिना कुछ भी संभव नहीं है। जल के बिना मनुष्य के जीवन की कल्पना तक नहीं की जा सकती है। पृथ्वी पर जल पाया जाता है इसलिए इसे ब्रह्मांड का एक अनोखा ग्रह कहा जाता है। जल के कारण ही आज मनुष्य जाति पृथ्वी पर विकसित हो सकी है। मनुष्य, पशुओं, पेड़-पौधों सभी को जल की जरूरत है।
यदि पृथ्वी से जल समाप्त हो जाए तो कोई भी जीव जंतु जीवित नहीं रह पाएंगे क्योंकि सभी जीव जंतु जल का उपयोग करते हैं। यह चिंता का विषय है कि मनुष्य ने अपनी व्यवसायिक गतिविधियों के द्वारा पृथ्वी पर पाए जाने वाले जल को संकट में डाल दिया है।
पढ़ें: जल है तो कल है पर निबंध
मनुष्य जीवन मे जल का महत्व Importance of water in human life
मनुष्य के लिए जल बहुत महत्वपूर्ण है। बिना भोजन किए मनुष्य 7 दिनों तक जीवित रह सकता है पर बिना जल पिए वह 3 दिन में ही मर जाएगा। हम सभी लोगों को प्यास लगती हैं और प्यास बुझाने के लिए जल का प्रयोग करते हैं।
रासायनिक कचरे को नदियों झीलों तालाबों में बहाया जा रहा है जिससे जल दूषित हो रहा है। हमें इसे रोकने के लिए मजबूत कदम उठाने होंगे।
स्वस्थ रहने के लिए जल का महत्व Importance of water to stay healthy
मनुष्य के शरीर में 65 से 80% तक जल पाया जाता है। रक्त में 7% जल होता है। स्वस्थ रहने के लिए हमें साफ और शुद्ध जल का सेवन करना चाहिए। दूषित जल पीने से पीलिया, गैस, संक्रामक रोग, चेचक , पेचिश, दस्त जैसी बीमारियां हो जाती हैं। दस्त के रोग में शरीर में पानी की मात्रा कम हो जाती है। इसलिए ओआरएस (ORS) का घोल रोगी को दिया जाता है।
पेड़-पौधों के लिए जल का महत्व Importance of water for plants
हम जितनी प्रकार की सब्जियां फल खाते हैं वह सभी पेड़ पौधों से प्राप्त होते हैं। मनुष्य के जीवित रहने के लिए पेड़ पौधों का जीवित रहना बहुत आवश्यक है। बिना पानी के सभी पेड़ पौधे सूख जाएंगे और कोई फसल नहीं होगी।
पशु पक्षी और अन्य जीवो के लिए जल का महत्व Importance of water for animals and birds
जल संरक्षण के उपाय how to conserve water.
जल एक कीमती संसाधन है। इसे व्यर्थ में बर्बाद नहीं करना चाहिए। सभी टंकियों को ठीक कराना चाहिए जिनसे लगातार पानी गिरता रहता है। नहाते समय बहुत अधिक पानी नष्ट नहीं करना चाहिए। आवश्यकता के अनुसार पानी इस्तेमाल करना चाहिए।
वर्षा के पानी को हार्वेस्ट करना चाहिए और उसे किसी टैंक या तालाब में एकत्रित करना चाहिए। वाहनों गाड़ियों और घर की सफाई करते समय जल बहुत अधिक नष्ट नहीं करना चाहिए। दूषित पानी को नदियों तालाबों जिलों में नहीं छोड़ना चाहिए। इससे जल दूषित होता है और उसके अंदर के मछलियाँ और दूसरे जीव जंतु मर जाते हैं।
जल के महत्व पर 10 पंक्तियां 10 Lines on importance of water इन importance of water in Hindi
निष्कर्ष conclusion.
इस लेख के अंत मे हम यही कह सकते हैं की जल का हमारे जीवन मे बहुत बड़ा महत्व है। इसे जितना हो सके हमें बचाना होगा। जल संरक्षण के नए तकनीक निकालने होंगे जिससे मनुष्य भुजल को संरक्षित कर सकें। हमें स्वयं ही जल के महत्व को समझ कर अपने घर से इस मुहिम का शुरुआत करना होगा जिससे हम अपने अमोल पानी को बच सकें।
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Essay on importance of water in hindi जल की महत्ता पर निबंध.
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Essay on Importance of Water in Hindi 150 Words
पानी का महत्व पर निबंध
पानी पृथ्वी पर सबसे कीमती चीज है। पानी का दूसरा नाम जीवन है इसलिए सबको इसकी आवश्यकता है। पानी की जरूरत जब भी हम कपडे धोते है, पानी पीते है, भोजन पकाते है और स्नान करते है पर पढ़ती है। हमारे घरेलू जीवन में भी पानी की आवश्यकता होती है। हमें जीने के लिये पानी चाहिये। हमें पानी को बर्बाद नही करना चाहिये क्योंकि यह हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण चीज है। हमे पानी को बचाना चाहिये नही तो हमें भविष्य में पानी की बहुत बड़ी समस्या हो जायेगी।
भारत के कई क्षेत्रों में पानी के लिए लोगों को बहुत दूर जाना पड़ता है। कृषि के लिये पानी का बहुत महत्व है। बिजली को बनाने के लिये भी हमें पानी चाहिये। पानी ही वर्षा के लिए जिम्मेदार है। यदि पानी नहीं हुआ तो वर्षा भी नही होगी। इसलिए हमें अपने जीवन को चलाने के लिए पानी को बचाना होगा। कृपया पानी बचाओं।
Essay on Importance of Water in Hindi 1000 Words
क्षिति, जल, पावक गगन और समीर-ये पाँच तत्व हमारे धर्मग्रंथों में मौलिक कहे गए हैं तथा हमारी शरीर रचना में इनकी समान रूप से भूमिका होती है। इनमें वायु और जल-दो ऐसे तत्व हैं जिनके बगैर हमारे जीवन की कल्पना एक क्षण भी नहीं की जा सकती। जीवों को जिस वस्तु की आवश्यकता जिस अनुपात में है, प्रकृति में वे तत्व उसी अनुपात में मौजूद हैं। परन्तु आज जल और वायु दोनों पर संकट के काले बादल छाए हुए हैं। इसका अर्थ यह है कि कहीं न कहीं हमने मूलभूत भूलें की हैं।
जल के तरल पदार्थ है जो अपने ठोस और गैस रूप में मौजूद है। अवस्था परिवर्तन करने का जल का यह स्वभाव उसके उपयोग के आयामों को विस्तृत कर देता है। जल यदि बर्फ बनकर न रह पाता तो गंगा जैसी सदानीरा नदियाँ न होती और जल यदि गैस बनकर वाष्पित न हो पाता तो धरती पर वर्षा होने की संभावना न बचती। ओस के कणों की तुलना कवि व शायर ना जाने किन-किन रूपों में करते हैं, उनके काव्य जगत् का यह हिस्सा अछूता ही रह जाता। लेकिन मानव का यह गुणधर्म है कि जिस वस्तु को वह व्यवहार में लाता है, उसे दूषित कर देता है। यही कारण है कि आज नदी जल, भूमिगत जल, कुएँ-बावड़ी का जल, समुद्र का जल और यहाँ तक कि वर्षा का जल भी कम या अधिक अनुपात में दूषित हो चुका है। जल प्रदूषण पर गोष्ठियाँ तथा सैमीनार हो रहे हैं परन्तु इस विश्वव्यापी समस्या का कोई ठोस हल अभी तक सामने नहीं आ पाया है।
हाल ही में यह प्रयास भी हो रहा है कि इस नैसर्गिक सम्पदा का पेटेंट करा लिया जाए। अर्थात् किसी खास नदी या बाँध के जल पर किसी खास बहुराष्ट्रीय कंपनी का अधिकार हो और वे इस जल को बोतलों में बंद कर बाजार में मिनरल वाटर के नाम से बेच सके। सुनने में आया है कि सरकार भी इस पर रजामन्द थी मगर पर्यावरणविदों ने बखेड़ा खड़ा कर दिया तो उसने चुप्पी साध ली। परन्तु जिस तरह से प्रत्येक वस्तु पर बाजारवाद हावी हो रहा है उसे देखकर कहा नहीं जा सकता कि कब तक नदियाँ तथा अन्य जलाशय उक्त कंपनियों के चंगुल से बचे रह सकेंगे। सरकारें भी अपने बढ़ते खर्च की भरपाई के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही हैं।
जल के अनेक उपयोगों में सबसे महत्वपूर्ण है पेयजल। घरेलू उपयोग का जल भी पेयजल जैसा शुद्ध होना आवश्यक माना गया है। मगर पेयजल की प्रति व्यक्ति उपलब्धता हमारे देश में दिनोंदिन घटती जा रही है। जल के भूमिगत स्त्रोतों के स्तर में ट्यूबवेलों की बढ़ती संख्या तथा जल संग्रहण की ठीक प्रणाली न होने के कारण स्थाई गिरावट दर्ज की गई है।
पहले लोग नदियों का जल बेधड़क पी लिया करते थे परन्तु आज परिस्थितियाँ पूरी तरह बदल गई हैं। शहर के निकट की नदी या झील में उस शहर का सारा गन्दा पानी बेझिझक उड़ेल दिया जाता है जिससे प्रदूषण के साथ-साथ झीलों और सरोवरों के छिछलेपन की समस्या भी उत्पन्न हो गई है। जल प्रदूषण के कारण जल के विभिन्न भंडारों के जलजीवों का जीवित रह पाना भी कठिन होता जा रहा है। गरीब और जनसंख्या बहुल देशों में तो जल की समस्या और भी जटिल रूप में है। ये देश जल का उपयोग तो बढ़ा रहे हैं लेकिन जल संचय और इसके रखरखाव में जो धन चाहिए, वह इनके पास नहीं है।
हमारे देश के जलसंकट को दूर करने के लिए दूरगामी समाधान के रूप में विभिन्न बड़ी नदियों को आपस में जोड़ने की बातें कही गई हैं। इसका बहुत लाभ मिलेगा क्योंकि नदियों का जल जो बहकर सागर जल में विलीन हो जाता है, तब हम उसका भरपूर उपयोग कर सकते हैं। इस प्रणाली से निरन्तर जलसंकट झेल रहे क्षेत्रों के लोग पर्याप्त मात्रा में जल प्राप्त कर सकते हैं। जिस तरह इंदिरा गाँधी नहर बन जाने से राजस्थान की अतृप्त भूमि की प्यास बुझ सकी है, ऐसे ही अन्य प्रयासों से देश भर में खुशहाली और हरियाली लाई जा सकती है। अन्यथा कावेरी नदी के जल के बंटवारे को लेकर जिस प्रकार अंतहीन विवाद दक्षिण भारत के दो राज्यों के मध्य है, उसी तरह अन्य स्थानों पर भी जल को लेकर घमासान मच सकता है।
जलसंकट से जुड़ा एक पहलू यह भी है कि जब पहाड़ों पर हरियाली घटती है तो वहां बर्फ के जमाव तथा वहां की नमी में कमी आ जाती है। इसी तरह मैदानों और पठारों पर जब वनस्पतियां घटने लगती हैं तो यहां औसत वर्षा की मात्रा में क्रमिक रूप से ह्रास होने लगता है। इसका सीधा असर भूमिगत जल के स्तर पर पड़ता है क्योंकि जहां वर्षा कम होगी वहां तालाबों, गड्ढों और झीलों में जल जमाव कम होगा, और भूमिगत जल का स्तर भी घटेगा। इस तरह देखें तो पर्यावरण का एक पहलू उसके दूसरे पहलू से जुड़ा हुआ है। ज्यों-ज्यों मानव पर्यावरण की उपेक्षा करेगा त्यों-त्यों उसे जलसंकट और वायुसंकट जैसे कई संकटों का सामना करना पड़ेगा।
यह सत्य है कि जल की एक-एक बूंद कीमती है। यदि ऐसा है तो इसकी रक्षा का प्रयत्न करना चाहिए। नलों को आधे-अधूरे तरीके से बंद करना, सार्वजनिक नलों को टूटी-फूटी दशा में छोड़ देना आदि कुछ ऐसे कार्य हैं जिनसे जल की खूब बरबादी होती है। कुएं, हैंडपंप आदि के चारों ओर के स्थानों को गन्दा रखने से भी जल प्रदूषित होता है। इस स्थिति में उपयोग में लाया गया गंदा जल इन भंडारों के स्वच्छ जल को भी गंदा कर देता है। चूंकि पेयजल की मात्रा धरती पर सीमित है। अत: इसका दुरुपयोग कुछ लोगों के लिए भले ही हितकर हो परन्तु आम लोगों को इसका भारी खामियाजा उठाना पड़ता है।
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जल और उस का उपयोग पर निबंध (Short Essay on Importance of Water In Hindi)
जल का महत्व एवं उपयोगिता | importance of water essay in hindi | find here very short & long essay on importance & use of water in hindi, अनुच्छेद for class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12.
जल का उपयोग : Use of Water in Hindi – Essay on Importance of Water in Hindi
Importance of Water in Hindi – इस धरती पर सबसे बहुमूल्य रत्न जल है जो प्रकृति के द्वारा मानवता के लिए अनमोल उपहार है, जल की वजह से ही इस धरती पर जीवन संभव है । जल के बिना जीवन की कल्पना भी मुश्किल है या यूं कहें कि यही पृथ्वी पर सम्पूर्ण जीव एवं वनस्पति जगत के जीवन का आधार है । इसलिए हम सभी को जल का महत्व या उपयोगिता को जानना और समझना चाहिए और उसके संरक्षण का प्रयास करना चाहिए।
तुलनात्मक रूप से हवा के बाद जल मानव जीवन के लिए दूसरा सबसे महत्वपूर्ण व उपयोगी पदार्थ है। जल के बिना धरती पर जीवन-यापन प्राणि मात्र के लिए असम्भव है। हवा तथा जल के बाद तीसरा अहम पदार्थ भोजन है। लेकिन भोजन के बिना मनुष्य एक महीने या कुछ और अधिक दिनों तक जीवित रह सकता है, परन्तु जल के बिना नहीं। अत: जल ही जीवन है। यह कहावत सत्य है। जल के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती।
पृथ्वी पर जल का अपार भंडार हैं। पृथ्वी का 2/3 भाग जल से घिरा है, जोकि मुख्यत: नदियों तथा समुन्दरों के रूप में है लेकिन अफसोसनाक बात यह कि समुद्र का पानी खारा या नमकीन होता है और खारा पानी शरीर को कई तरह से नुकसान पहुंचा सकता है। इसके अलावा जो पेयजल उपलब्ध है उसे मानव जाति कभी जानबूझकर तो कभी अनजाने में अशुद्ध व जहरीला बना दे रहा है और जहरीला पानी प्यास तो बुझाता है लेकिन यह हमारे शरीर को कई रोग से ग्रस्त कर देता है।
मानव शरीर में 3/4 भाग जल होता है। जरा सोचिए यदि हमारे शरीर में 3/4 भाग अशुद्ध अथवा जहरीला जल होगा तो स्वास्थ्य पर कितना बूरा प्रभाव पड़ेगा ही। हैजा, टायफाइड, पेचिश आदि रोग अशुद्ध जल के सेवन से ही होता है। जबकि ईश्वर ने हमें प्रकृति के रूप में इतनी उदारता दे रखी है कि वह जल के शुद्धिकरण में सहायता करती है व अपने स्वरुप से जल को शुद्ध करके हमें प्रदान करती है।
अत: दोस्तों ! प्रकृति की इस अनमोल संपदा को सहेजने की आवश्यकता है तभी हम वर्तमान जल संकट की समस्या से निजात पा सके। और हमारी भावी पीढ़ी भी जल संकट के लिए हमें नहीं कोसेगी। बीज हर्गिज बरगद का पेड़ नहीं होता, यद्यपि सम्भावी रूप से बीज में समाविष्ट होता है। इसी प्रकार आशा करती हूँ कि इस संक्षिप्त निबंध से जल के महत्व तथा उपयोगिता के बारें में बता संकू ताकि सभी लोग मिलकर जल के संरक्षण का प्रयास कर सके।
जल के महत्व पर 10 वाक्य (10 Lines on Importance of Water in Hindi)
जल का हमारे शरीर के लिए महत्व .
जल का हमारे शरीर के लिए निम्नलिखित महत्व है –
(1) जल हमारे शरीर के संचालन में योगदान देने वाली सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक है। पानी हमारे शरीर की मेटाबॉलिज्म क्रियायों में सहयोग करता है। यह हमारे शरीर से हानिकारक रसायनों को बाहर निकालता है।
(2) जल शरीर में चयापचय के बाद बने विकार को मूत्र या पसीना के माध्यम से बाहर निकालने में सहायता करता है। पसीने के द्वारा शरीर की गन्दगी तो निकलती ही है साथ ही शरीर का तापक्रम भी नियन्त्रित होता है।
(3) जल रक्त को तरल बनाता है तथा उसके परिवहन में सहायता करता है। तथा उसमें गति को नियन्त्रित करता है।
(4) जल अमाशय में भोजन के मिश्रण को घोल के रूप में बनाता है। आंतों में उसके सुपचित होने के पश्चात्, पाचन के बाद रसों को बनाने व तरल करने तथा आंतों में अवशोषण का काम करता है और अन्त में बड़ी आंत से मल को बाहर निकालने का महत्वपूर्ण कार्य भी करता है।
(5) त्वचा को कोमल व चिकना बनाता है।
(6) जल शरीर में उत्पन्न कई रासायनिक पदार्थों को घुलने में शरीर में उनकी समुचित प्रक्रिया में तथा उनके अवशेष निष्कृष्टों को शरीर से बाहर निकालने में सहायता करता है।
(7) यदि रक्त के अनुपातिक घनत्व, तरलता और गति में थोड़ा भी असन्तुलन हो जाए तो उसके भयंकर परिणाम हो सकते हैं। जब रक्त जल की कमी से गहरा हो जाता है तो वह पर्याप्त मात्रा में हृदय में नहीं पहुँचता जिससे मृत्यु हो जाता है।
(8) पीने के अतिरिक्त मनुष्य को प्रतिदिन अनेक दैनिक कामों में जल की आवश्यकता होती है। जैसे भोजन बनाने, बर्तन धोने व साफ करने के लिए, स्नान करने, कपड़े धोने, घर व शौचालय की सफाई हेतु, घर में बागवानी में भी पानी की आवश्यकता होती है।
(9) गर्मी के दिनों में जल की अधिक आवश्यकता होती है, खेतीबाड़ी, बाग-बगीचे जल की सहायता से ही पनपते हैं।
(10) सार्वजनिक शौचालय तथा अन्य स्थानों की सफाई व स्वच्छता के लिए पानी की आवश्यकता होती है।
(11) विभिन्न उद्योगों में जल की आवश्यकता होती है।
(12) आज के युग में जल द्वारा बड़े स्तर पर विद्युत पैदा की जाती है। अत: विद्युत शक्ति व वाष्पशक्ति उत्पन्न करके कारखाने व रेलें चलाई जाती हैं। नदी, तालाब, कुँए, समुद्र आदि का महत्व जल के कारण ही है। परन्तु गर्मियों में पानी का संकट बहुत अधिक बढ़ जाता है। अत: आज से ही बूंद बूंद पानी बचाना सीखे।
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जल संरक्षण पर निबंध (Save Water Essay in Hindi) - विश्व में बढ़ती जनसंख्या तथा प्रदूषण के कारण होने वाली जल की कमी एक बेहद ही गंभीर समस्या है। इस समस्या के समाधान के लिए ...
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पानी का महत्व पर निबंध, importance of water short essay in hindi (200 शब्द) पृथ्वी पर पानी प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। यह पृथ्वी की सतह के साथ-साथ इसके नीचे भी मौजूद है। पृथ्वी की ...
स्वस्थ रहने के लिए जल का महत्व Importance of water to stay healthy. मनुष्य के शरीर में 65 से 80% तक जल पाया जाता है। रक्त में 7% जल होता है। स्वस्थ रहने के लिए हमें साफ और शुद्ध जल का ...
जल का महत्व पर 10 अनमोल विचार. Importance of water in Hindi पर 10 अनमोल विचार नीचे दिए गए हैं-. जल संरक्षण कोट्स. "पानी पृथ्वी का खून है इसे यूं ही ना बहाएं ...
Read an Essay on I mportance of water in Hindi language for students of class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 and 12. Know more about the importance of water in ...
पानी बचाओ पर निबंध, save water essay in hindi (300 शब्द) पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व को बनाए रखने के लिए पानी बचाना या पानी का संरक्षण बहुत आवश्यक है ...
जल के महत्व पर 10 वाक्य (10 Lines on Importance of Water in Hindi) जल का हमारे शरीर के लिए महत्व. जल का हमारे शरीर के लिए निम्नलिखित महत्व है -. (1) जल हमारे शरीर के ...
Today, we are sharing Simple essay on Importance of water in Hindi.This article can help the students who are looking for Long essay on Importance of water in Hindi.This is the simple and short essay on Importance of water which is very easy to understand it line by line. The level of this article is mid-level so, it will be helpful for small and big student and they can easily write on this ...
जल का महत्व पर निबंध Information About Water In Hindi - How Water Come To Earth In Hindi - एक थ्योरी यह भी कहती है कि धरती पर जल धरती की शुरुआत से ही है। 4.56 अरब सालो पहले धरती पर पानी आया था। जब ...
Save Water Essay in Hindi Language - पानी बचाओ पर निबंध: Paragraph & Short Essay on Save Water Save Life in Hindi Language for students of all Class in 120, 250, 300 & 500 words. Information about Save Water in Hindi.
जल संरक्षण पर निबंध | Water conservation Essay in Hindi. जल का महत्व हम जितनी जल्दी समझ जाएँ हमारे लिए उतना अच्छा है और जल संरक्षण के प्रयास हमें अब शुरू करने की आवश्यकता है ...
जल ही जीवन है (निबंध) | Essay on 'Water is Life' in Hindi! क्षिति, जल, पावक, गगन और समीर ...
जल है तो कल है पर निबंध, save water essay in hindi (200 शब्द) हम हर जगह यह सुनते रहते हैं कि भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए हमें पानी बचाना चाहिए लेकिन हम इसे हमेशा हल्के में ...
जल पर निबंध. 24/08/2021 Ripal. Essay on Water in Hindi: जल एक प्रकार का इस सृष्टि का जीवन दाता है यह सृष्टि पूरी जल के ऊपर ही निर्भर है। जल के बिना ना तो कोई इंसान ...
यहाँ जल ही जीवन है पर निबंध- Water is Life Essay in Hindi Language Or Jal Hi Jeevan Hai Par Nibandh. Skip to content. HiHindi.Com. HiHindi Evolution of media ... Life Essay in Hindi Language Or Jal Hi Jeevan Hai Par Nibandh In 100, 150, 200, 250, 300, 400 And 500 Words Short Long Essay For Class 1, 2, 3 ...
Essay on Water Pollution in Hindi में अब जानते हैं कि जल प्रदूषण से होने वाले दुष्प्रभाव क्या-क्या होते हैं, जो इस प्रकार हैं: एक्वाटिक इकोसिस्टम को नुकसान:
Essay on Importance of Water in Hindi - जल के महत्व पर निबंध ... Importance of Water in Hindi for Class 4. यदि आप 4th क्लास के लिए importance of water in Hindi पढ़ना चाहते है तो आपको अधिक चिंता की ज़रूरत ...