15 अगस्त पर भाषण हिन्दी में | स्वतंत्रता दिवस Independence Day Speech in Hindi
इस साल देश की आजादी के 76 वर्ष पूरे हो रहे हैं जिसे पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है। इस उपलक्ष्य में सरकार ने हर घर तिरंगा अभियान शुरू किया है। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी भारत 15 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस बड़ा ही धूम-धाम से मना रहा है। इस दिन ही हमारे देश को वर्षों की गुलामी के बाद आज़ादी मिली थी। हम सभी लोग 15 अगस्त के दिन को मिल-जुलकर मनाते हैं। हम सब इस दिन स्वतंत्रता को लेकर अपने विचार व्यक्त करना चाहते है। इसके साथ ही इस मौके पर कुछ न कुछ बोलना भी चाहते हैं। इस पोस्ट के माध्यम से आप स्वतंत्रता दिवस पर भाषण की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। स्कूल, कॉलेजों, कार्यालयों में ऑनलाइन भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया जा सकता है। सभी लोग इस पेज से 15 august speech in hindi प्राप्त कर सकते हैं। नीचे दिए गए 15 अगस्त स्पीच इन हिंदी फॉर स्कूल से भी बहुत जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
15 अगस्त पर स्कूल के छात्रों और शिक्षकों के लिए भाषण
“मुख्य अतिथि, प्रिंसिपल, शिक्षकों और मेरे प्यारे दोस्तों को सुप्रभात। मैं आप सभी को एक बहुत ही स्वतंत्र स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देता हूं। आज, मुझे स्वतंत्रता दिवस पर कुछ बोलने का मौका मिला है इसमें मैं अपने आपको सम्मानित महसूस करता हूं। 15 अगस्त हमेशा हमारे लिए इतना खास रहा है कि एक दिन जब हम अपने देश की सारी महिमा याद करते हैं क्योंकि हम संघर्ष, विद्रोह और भारतीय स्वतंत्रता से लड़ने वाले भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों के प्रयासों को याद करते हैं। भारत का स्वतंत्रता दिवस न केवल ब्रिटिश राज के शासन से भारत की आजादी को दर्शाता है, बल्कि यह इस देश की शक्ति को भी दिखाता है। और ये दिखाता है कि जब वह इस देश के सभी लोगों को एकजुट करता है।
स्वतंत्रता दिवस पर और अधिक –
- 15 अगस्त पर कविता, शायरी, मैसेज, कोट्स
- 15 अगस्त पर भाषण हिन्दी में
- 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में
- 15 अगस्त की इमेज
कई वर्षों तक अंग्रेज़ों के द्वारा गुलामी झेलने के बाद १५ अगस्त १९४७ को हमारा देश आज़ाद हुआ था। अंग्रेज़ों के अत्याचार सहने के बाद कितने ही सेनानियों ने बलिदान दिया। तब जाकर कहीं हमे आज़ादी मिली। इस अवसर पर देश के प्रधानमंत्री राजधानी दिल्ली में स्थित लाल किले से राष्ट्रीय झंडा फहराते और उन सभी सेनानियों को याद करते हैं।
देश दिन प्रतिदिन केवल आगे बढ़ गया है और एक महाशक्ति बनने के अपने रास्ते पर है। भारत की स्वतंत्रता के चार वर्षों के पूरा होने से पहले, हमने इसे संविधान की शुरूआत के साथ गणराज्य बनाकर देश को मजबूत किया जिससे पूरी दुनिया झुकती है। हम एक विशाल विविधता का देश हैं, और हमारी एकता हमें एक मजबूत राष्ट्र बनाती है। प्रौद्योगिकी से कृषि तक हम दुनिया के शीर्ष देशों में से एक हैं, और यहां से कोई पीछे नहीं जा रहा है क्योंकि हम हमेशा बढ़ने और बेहतर करने के कदम पर हैं।
आज, जैसा कि हम स्वतंत्रता दिवस पर अपने देश की सभी उपलब्धियों को याद करते हैं, हम अपने सैनिकों को न भूलें। हमारे बहादुर सैनिकों के लिए धन्यवाद कि हम उनके कारण अपने देश में शांति में रह सकते हैं क्योंकि हम जानते हैं कि वे हमेशा हमारी रक्षा करने के लिए वहां रहते हैं। वे भारत को धमकी देने वाली आतंकवादी ताकतों से हमें सुरक्षित रखते हैं।आइए हम अपने सैनिकों से प्रेरित हों और हमारे देश को रहने के लिए एक बेहतर जगह बनाने के लिए मिलकर काम करें। कोई भी देश सही नहीं है, और हमारी भी कमियां हैं। इस स्वतंत्रता दिवस 2021 पर, हम अपने देश को महान बनाने के लिए नागरिकों के रूप में अपना काम करने का वचन देते हैं।
मैं एक बार फिर आपको अपने भाषण को ध्यान से सुनने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं और मुझे आप सभी के सामने अपनी बात रखने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। और आपको भी बात करने का मौका देना चाहता हूं। जय हिन्द! वन्दे मातरम!”
स्वतंत्रता दिवस लेखन हिंदी में
- स्वतंत्रता दिवस भाषण
- स्वतंत्रता दिवस निबंध
- स्वतंत्रता दिवस सन्देश
- स्वतंत्रता दिवस शायरियाँ
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स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2024 पर भाषण - Independence Day Speech in Hindi
Independence day short speech in hindi: गुरुवार, 15 अगस्त, 2024 को भारत अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए तैयार है। जागरण जोश के इस आर्टिकल में पाएं आसान और छोटा भारतीय स्वतंत्रता दिवस भाषण। यह 1 मिनट लंबे, 2 मिनट लंबे और 3 मिनट लंबे इंडिपेंडेंस डे शार्ट स्पीच आपके ऑडियंस के दिल को छू लेंगे। दिए गए independence day short speech in hindi का इस्तेमाल कक्षा 1 से 12 तक के स्कूली छात्र कर सकते हैं।.
Short Independence Day Speech in Hindi: भारत देश 15 अगस्त, 2024 को अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाएगा। अपना राष्ट्रीय ध्वज लहराते हुए, राष्ट्रीय गीत गाकर पूरा देश न सिर्फ आज़ादी का जश्न मनाएगा बल्कि अपने स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को भी नमन करेगा। बच्चे एवं बुज़ुर्ग, सभी उन बहादुरों का सम्मान करेंगे जिन्होंने स्वयं की आहूति देकर 200 वर्षों के ब्रिटिश शासन से हिन्दुस्तान को स्वतंत्रता दिलाई थी।
लोकतंत्र, स्वतंत्रता, राष्ट्रीय गौरव और देशभक्ति का जश्न मनाने के लिए 15 अगस्त को स्कूलों और कार्यालयों में तिरंगा फहराया जाता है। देश के आने वाले पीढ़ीयों - आज के युवाओं को - आज़ादी का मतलब सीखाने के लिए स्कूलों में भाषण प्रतियोगिता और सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसी विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं। ऐसे में अपने सहपाठी, मित्र, शिक्षक इत्यादि के आगे यदि आपको स्वतंत्रता दिवस पर भाषण देने के लिए चुना गया है तो यह गर्व की बात है।
Independence Day 2024 Short Speech in Hindi
निम्नलिखित स्वतंत्रता दिवस के ये छोटे भाषण समझने में आसान और दिल को छू लेने वाले हैं।
- स्वतंत्रता दिवस पर कविता हिंदी में - Independence Day Poem in Hindi
स्वतंत्रता दिवस शार्ट स्पीच इन हिंदी - 100 शब्दों में (Independence Day Speech in Hindi in 100 Words)
माननीय प्रधानाध्यापक, सभी शिक्षकगण और मेरे प्यारे दोस्तों
आज, हम भारत का 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं। सभी देशवासियों के लिए यह विशेष दिन है और हमारे दिलों को देश-प्रेम की वीर गाथाओं से भर देता है। भारत मां के बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान के लिए हम उनको नमन करते हैं। आज भारत के सीमाओं की रक्षा करते सभी जवानों को हम कृतज्ञता से सलाम करते हैं।
15 अगस्त, 1947 को भारत को 200 वर्षों की ब्रिटिश गुलामी के बाद आज़ादी मिली। आज जब हम इस दिन को गर्व से मनाते हैं तो हमें ध्यान रखना चाहिए कि हम मातृभूमि के प्रति अपने कर्तव्यों को न भूलें।
यह दिन सिर्फ खुशी का दिन नहीं है। यह दिन है स्वतंत्रता सेनानियों के साहस और निस्वार्थता को याद करने का जिन्होंने हमारी स्वतंत्रता को सुरक्षित रखने के लिए दशकों तक संघर्ष किया। आइये हम खुद से और एक-दूसरे से वादा करें कि हम अपनी मातृभूमि के गौरव और सम्मान की रक्षा के लिए हर दिन काम करेंगे।
हिंदुस्तान जिंदाबाद था!
हिंदुस्तान जिंदाबाद है!!
स्वतंत्रता दिवस शार्ट स्पीच इन हिंदी - 200 शब्दों में (Independence Day Speech in Hindi in 200 Words)
आदरणीय प्रिंसिपल महोदय, शिक्षकगण और मेरे प्यारे दोस्तों, आज, जब हम भारत का 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं, तो मेरा दिल गर्व से भर गया है। ये कोई आम दिन नहीं है। 15 अगस्त हमारे इतिहास में महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी दिन हम भारतीय ब्रिटिश शाशन काल से स्वतंत्र हुए थे।आज हम अपने पूर्वजों के बलिदान का सम्मान करते हैं जिन्होंने हमारे देश को अंग्रेज़ों की हुकूमत से मुक्त कराने के लिए बहादुरी से लड़ाई लड़ी। गांधी, नेहरू और बोस जैसे दूरदर्शी नेताओं और सेनानियों ने अटूट संकल्प के साथ यह लड़ाई लड़ी ताकि हमें लोकतंत्र का यह अनमोल उपहार मिल सके।
अनेक जातियाँ, पंथ, धर्म, संस्कृतियाँ एकजुट होकर इस मजबूत राष्ट्र की नींव बनते हैं। आज जब हमारा तिरंगा हवा में ऊँचा लहराता है, हमें अपने स्वतंत्रता आंदोलन के मूल सिद्धांत, अहिंसा, विविधता और एकता को अपनाना चाहिए।
अपनी आज़ादी का जश्न मनाते समय, हमें मौजूदा चुनौतियों - असमानता, गरीबी और अशिक्षा - को भी संबोधित करना चाहिए। आज का युवा साथ मिलकर सांप्रदायिकता और भ्रष्टाचार का मुकाबला करने के लिए तैयार हैं।आज, हम भारत देश के जिम्मेदार नागरिक के रूप में, लोकतंत्र, समानता, न्याय और विविधता में एकता के आदर्शों को कायम रखते हुए अपने राष्ट्र को आगे ले जाने की प्रतिज्ञा करते हैं। आइए हम मिलकर देश की आजादी का जश्न मनाते हैं। मगर याद रखें दोस्तों, भारत का भविष्य अब हमारे हाथों में है। साथ मिलकर, हम भारत को वैश्विक मंच पर आगे बढ़ा सकते हैं और दुनिया के लिए अपने देश को प्रेरणा का प्रतीक बना सकते हैं।
स्वतंत्रता दिवस शार्ट स्पीच इन हिंदी - 300 शब्दों में (Independence Day Speech in Hindi in 300 Words)
आदरणीय प्रधानाचार्य, माननीय अतिथिगण, शिक्षकगण और मेरे प्रिय साथियों
आज, हम यहां 78वां भारतीय स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए एकत्र हुए हैं। हमारा दिल गर्व से भर गया है। हम उन साहसी देशभक्तों को श्रद्धांजलि देते हैं, जिन्होंने भारत मां को ब्रिटिश शाशन के चंगुल से मुक्त कराने के लिए बहादुरी से लड़ाई लड़ी और अपार बलिदान दिया। यह दिन भारतीय इतिहास में वो मील का पत्थर है जो बहादुरी, एकता और देशप्रेम का शानदार प्रमाण है। यह दिन हमारे सिद्धांतों का प्रतीक है जो हमें राष्ट्र के रूप में एक साथ बांधते हैं।
हम आज यहां महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस और लाल बहादुर शास्त्री जैसे अनेक दिग्गजों के कंधों पर खड़े हैं, जिन्होंने अहिंसा, न्याय और सच्चाई के महान सिद्धांतों के साथ हमारा मार्गदर्शन किया। सत्य और न्याय के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता आज भी हमें प्रेरित करती है।
भारत की ताकत इसकी अद्वितीय विविधता में निहित है - बहुसंख्यक संस्कृतियों, परंपराओं, भाषाओं और मान्यताओं का समृद्ध मिश्रण। इस अवसर पर, आइए हम वादा करें की विविधता में एकता को कभी न खोएंगे।
भारत की स्वतंत्रता की राह लंबी और कठिन थी, लेकिन इस कठिन सफर के अंत पर एक स्वतंत्र और लोकतांत्रिक भारत का सपना था जिसके प्रति अटूट संकल्प, बलिदान और समर्पण से भरे हमारे पूर्वज थे।आज, जिम्मेदार नागरिक के रूप में, यह हम पर निर्भर करता है कि हम भारत देश के लोकतांत्रिक मूल्यों, धर्मनिरपेक्ष आदर्शों और न्याय के सिद्धांतों को बनाए रखें। आइए हम अपने अतुल्य भारत के दयालु और पर्यावरण के प्रति जागरूक युवा बनने का संकल्प लें।
शिक्षा हमारे राष्ट्र की प्रगति का आधार है। यह सशक्तिकरण का एक शक्तिशाली साधन है। यह हमारे युवाओं को ज्ञान, रचनात्मकता और नवाचार की नई ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए पंख प्रदान करता है। अपनी स्वतंत्रता का जश्न मनाते हुए, आइए हम भारतवासियों को अपनी सर्वोत्तम सेवा देने का वादा भी दोहराएँ। इस देश के शिक्षित युवाओं के रूप में, आइए हम शिक्षा और साक्षरता की ताकत से सभी देशवासियों को अपने पैरों पर खड़ा होने में मदद करने का वादा करें।
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15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर भाषण
Independence Day speech in Hindi
15 अगस्त सन् 1947 में हमारा भारत देश कई सालों बाद ब्रिटिश हुकूमत से आजाद हुआ था। इसी उपलक्ष्य में हर साल 15 दिवस को स्वतंत्रता दिवस के रुप में पूरे देश में मनाया जाता है।
सभी लोग इस राष्ट्रीयता के पर्व को मिलजुल कर हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं और अपनी एवं देश की स्वतंत्रता समेत भारत की एकता और अखंडता को बनाए रखने का संकल्प लेते हैं। आजादी-ए-जश्न के इस मौके पर स्कूल, कॉलेज समेत सरकारी दफ्तरों आदि में अलग-अलग तरह के सांस्कृतिक और रंगारंग कार्यक्रमों का भी आय़ोजन किया जाता है।
इसके साथ ही भाषण प्रतियोगिता, निबंध लेखन प्रतियोगिता, खेलकूद प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक समेत कई गतिविधियां होतीं हैं, जिससे जरिए लोग अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करते हैं।
वहीं आज हम यहाँ आपको अपने इस आर्टिकल में स्वतंत्रता दिवस – Independence Day के मौके पर दिए छात्रों, शिक्षकों आदि के लिये कुछ आसान भाषण – Speech उपलब्ध करवा रहे हैं, जिनका आप अपनी जरूरत के मुताबिक स्वतंत्रता दिवस 15 August के समय में इस्तेमाल कर सकते हैं।
15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर भाषण – 15 August Independence Day speech in Hindi
मेरे सभी आदरणीय आदरणीय अध्यापक गण, अभिभावको और प्यारे मित्रों को सुबह का प्रणाम (नमस्कार)। इस महान राष्ट्रीय अवसर को मनाने के लिये आज हम लोग यहाँ इकठ्ठा हुए है। मैं आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई देता हूँ।
जैसा कि हम जानते है कि स्वतंत्रता दिवस हम सभी के लिये एक मंगल अवसर है। हम सब इस दिन को इसलिए मनाते है क्योकि 15 अगस्त 1947 को ही हमारा देश आज़ाद हुआ था, और ब्रिटिश राज से हमें मुक्ति मीली थी। आज हम यहाँ हमारा स्वतंत्रता दिवस मनाने इकठ्ठा हुए है।
आज का दिन सभी भारतीय नागरिकों के लिये बहुत महत्वपूर्ण दिन है। और यह इतिहास में सदा के लिये उल्लिखित हो चुका है।
नई दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पंडित जवाहरलाल नेहरु ने भाषण दिया था। जब पूरी दुनिया के लोग सो रहे थे, ब्रिटीश शासन से जीवन और आजादी पाने के लिये भारत में लोग संघर्ष कर रहे थे। अब, आज़ादी के बाद, दुनिया में भारत सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। हमारा देश विविधता में एकता के लिये प्रसिद्ध है। भारतीय लोग हमेशा अपनी एकता से जवाब देने के लिये तैयार रहते है।
बड़ी ख़ुशी से हमारे पुरे देश में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। यह सभी भारतीयों के लिये बेहद महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि यह दिन हमें मौका देता है उन महान स्वतंत्रता सेनानीयों को याद करने का जिन्होंने हमें एक शांतिपूर्ण और खूबसूरत जीवन देने के लिये अपने प्राणों की आहुति दे दी। आजादी से पहले, लोगों को पढ़ने-लिखने की, अच्छा खाने की और हमारी तरह सामान्य जीवन जीने की आज्ञा (Permission) नही थी। अपने अर्थहीन आदेशों की पूर्ति के लिये अंग्रेजों द्वारा भारतीयों के साथ गुलामों से भी ज्यादा बुरा बर्ताव किया जाता था।
भारत की आजादी के पहले दिन को याद करने के लिये हम हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाते है साथ ही साथ उन सभी महान लोगों याद करते है। जिनके कठिन संघर्षों की वजह से हम अपनी आजादी का उपभोग करने लायक बने है और अपनी इच्छा से खुली हवा में साँस से सकते है।
अंग्रेजों से आजादी पाना हमारे पूर्वजो के लिये बेहद असंभव कार्य था लेकिन हमारे पूर्वजो ने लगातार प्रयास करके इसे प्राप्त कर लिया। हम उनके किये कार्य को कभी भूल नहीं सकते और हमेशा उन्हें याद करते रहेंगे। केवल एक दिन में सभी स्वतंत्रता सेनानीयों के कामों को हम याद नहीं कर सकते लेकिन दिल से उन्हें सलामी जरुर दे सकते है। वो हमेशा हमारी यादों में रहेंगे और पूरे जीवन के लिये प्रेरणा का कार्य करेंगे।
आज सभी भारतीयों के लिये बहुत महत्वपूर्ण दिन है जिसको हम महान भारतीय नेताओं के बलिदानों को याद करने के लिये मनाते है, जिन्होंने देश की आजादी और समृद्धि के लिये अपना जीवन दे दिया। भारत की आजादी मुमकिन हो सकी क्योंकि सहयोग, बलिदान और सभी भारतीयों की सहभागिता थी। हमें महत्व और सलामी देनी चाहिये उन सभी भारतीय नागिरकों को क्योंकि वो असली राष्ट्रीय हीरो थे।
भारत के कुछ महान स्वतंत्रता सेनानीयो में बाल गंगाधर तिलक , महात्मा गांधी जी, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस , जवाहरलाल नेहरु, खुदीराम बोस , चन्द्रशेखर आजाद , भगत सिंह , लाला लाजपत राय इत्यादि। ये सभी प्रसिद्ध देशभक्त थे जिन्होंने अपने जीवन के अंत तक भारत की आजादी के लिये कड़ा संघर्ष किया। हम लोग हमारे पूर्वजों द्वारा किये गए संघर्ष के उन डरावने पलों की कल्पना भी नहीं कर सकते।
आजादी के इतने वर्षों बाद भी आज हमारा देश विकास के सही राह पर है। आज हमारा देश पूरी दुनिया में लोकतांत्रिक देश के रुप में अच्छे से स्थापित है।
महात्मा गांधी जी एक महान नेता थे जिन्होंने अहिंसा और सत्याग्रह जैसे आजादी के असरदार तरीकों के बारे में हमें बताया। अहिंसा और शांति के साथ स्वतंत्र भारत के सपने को गाँधीजी ने ही देखा था।
भारत ही हमारी मातृभूमि है और हम आज़ाद भारत के आज़ाद नागरिक है। हमें हमेशा बुरे लोगो से अपने देश की रक्षा करते रहनी चाहिये। ये हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने देश को आगे की ओर ले जाये और इसे दुनिया का सबसे अच्छा देश बनाये।
आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की ढेर सारी शुभकामनाये, आशा करते है की हमारा देश हर साल हर क्षेत्र में विकास करता रहे ताकि पूरी दुनियाँ को हमपर एक दिन गर्व हो।
जयहिन्द, जयभारत
स्वतंत्रता दिवस पर भाषण – Independence Day Speech in Hindi For School Students
स्वतंत्रता दिवस की आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं और मै हूं …। स्वतंत्रता दिवस के इस पावन मौके पर यहां पर मौजूद सभी गणमान्य नागरिकों, आदरणीय अतिथिगण, सम्मानीय प्रधानाध्यपक समेत सभी मेरे शिक्षकगण, सहपाठी, प्रिय छोटे भाई-बहन सभी को मेरा सादर प्रणाम।
राष्ट्रीयता के इस पर्व स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आप सभी ने मुझे आप लोगों के समक्ष अपने विचार रखने का सुनहरा अवसर प्रदान किया है, जिसके लिए मै आप सभी धन्यवाद करती हूं / करता हूं।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मै सभी के सामने कुछ ऐसे शब्द बोलने जा रही हूं/ जा रहा हूं, जिसे सुनकर आप सभी लोगों में देश भक्ति की भावना जागृत हो उठेगी एवं देश के शूरवीरों की गाथा सुनकर सीना फक्र से चौड़ा हो जाएगा, इसके साथ ही क्रूर अंग्रेजों शासकों के प्रति आपका खून खौल उठेगा। और इसी के साथ मै अपने भाषण की शुरुआत स्वतंत्रता दिवस पर लिखीं गईं कुछ पंक्तियों के माध्यम से करती हूं/करता हूं –
“चलो फिर से आज खुद को जगाते हैं, अनुशासन का डंडा फिर से घुमाते हैं, सुनहरा रंग हैं इस स्वतंत्रता दिवस का शहीदों के लहु से ऐसे शहीदों को हम सब मिलकर शीश झुकाते हैं।।”
जैसे की हम सभी जानते हैं कि 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रुप में मनाया जाता है, क्योंकि इसी दिन कई सालों के बाद हमारे भारत देश को ब्रिटिश हुकूमत से आजादी मिली थी और इसी स्वर्णिम दिन हम सभी भारतीय स्वतंत्र हुए थे।
हमारे भारत के महान स्वतंत्रतासेनानियों और शूरवीरों की बदौलत ही आज हम आजाद भारत में चैन की सांस ले पा रहे हैं, और खुद से जुड़े फैसले और अपनी जिंदगी खुद के मुताबिक बिना किसी रोकटोक के जीने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र है।
आज हम अपनी बात रखने, अपनी भावनाओं को प्रकट करने,शिक्षा ग्रहण करने, नौकरी करने, व्यवसाय करने आदि के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र हैं।
लेकिन यह स्वतंत्रता यूं ही नहीं मिली बल्कि इसके लिए हमारे देश के वीर सपूतों ने कई सालों तक कड़ा संघर्ष किया, तमाम लड़ाइयां लड़ीं, अंग्रेजों का अत्याचार सहा, उनकी लाठियां खाईं, अपना लहुं बहाया, अपनी पूरा जीवन देश की आजादी के लिए समर्पित किया यही नहीं अपने प्राणों तक की आहुति दी, तब जाकर सालों बाद तमाम वीरों की शहादत के बाद हमारा भारत देश ब्रिटिश शासन के चंगुल से मुक्त हुआ।
अगर हमारे वीर सपूतों ने अंग्रेजों का मुकाबला करने का साहस नहीं भरा होता और यह तमाम लड़ाइयां और संघर्ष नहीं झेले होते तो आज हम गुलामी की बेड़ियों में बंधे होते और अंग्रेजों के जुल्म सहने को मजबूर होते।
इसलिए आज का यह खास दिन भारत माता के उन वीर सपूतों की कुर्बानियों को याद करने और उन्हें नमन करने का दिन है। वहीं वीरों के बलिदानों को मै इन पंक्तियों के माध्यम से याद करना चाहूंगा /चाहूंगी।
“लड़े वो वीर जवानों की तरह, ठंडा खून भी फौलाद हुआ, मरते मरते भी कई मार गिराए, तभी तो देश आजाद हुआ।”
हम बेहद भाग्यशाली हैं कि हमारी भारत भूमि में ऐसे वीर सपूतों ने जन्म लिया, जिन्होंने अपने सिर में कफन बांधकर भारत माता को आजाद करवाने के लिए कई कष्ट झेले थें।
स्वतंत्रता आंदोलन में वैसे तो लाखों वीरों ने त्याग और बलिदान दिया था और अपने प्राणों की बाजी लगाई थी, वहीं उन नामों में से कुछ ऐसे नाम हैं, जो इतिहास के पन्नों पर सुनहरे अक्षरों में लिख दिए गए हैं।
उनमें चन्द्र शेखर आजाद , भगत सिंह , सुखदेव , लाला लाजपत राय , महात्मा गांधी , सरदार वल्लभ भाई पटेल , नेता जी सुभाष चन्द्र बोस , बाल गंगाधर तिलक , लाल बहादुर शास्त्री , रानी लक्ष्मी बाई , मंगल पांडे , नाना साहब , तात्या टोपे , राजगुरु , पंडित जवाहर लाल नेहरू जी समेत कई नाम शामिल हैं। यह देश के ऐसे महान स्वतंत्रता सेनानी और सच्चे वीर सपूत थे, जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह करने का साहस भरा था और अपने क्रांतिकारी आंदोलनों से अंग्रेजों की नींदें हराम कर दी थीं साथ ही समस्त भारतवासियों के अंदर अपनी क्रांतिकारी विचारधारा से अंग्रेजों के खिलाफ नफरत पैदा कर दी थी।
जिसके चलते अंग्रेजों को भारत छोड़ने के लिए विवश होना पड़ा था और इस तरह हम सभी भारतीयों को आजाद भारत में रहने का यह सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
इसलिए हमें अपने स्वतंत्रता के महत्व को समझना चाहिए और अपने देश को आगे बढ़ाने के लिए काम करने चाहिए। हालांकि, इसमें कोई संदेह नहीं है कि जब से हमारा देश ब्रिटिश हुकूमत के चंगुल से आजाद हुआ है, तब से हमारे देश ने अभूतपूर्व विकास किया है।
शिक्षा, खेल, तकनीक, वित्त, परिवहन, विज्ञान आदि के क्षेत्र में हमारा देश निरंतर आगे बढ़ रहा है और आज हमारा देश एक परमाणु शक्ति से संपन्न राष्ट्र है। लेकिन आजादी के इतने साल बाद भी आज हमारे देश की महिलाएं तमाम बंधिशों में बंधी हुईं हैं और गुलामी की पीड़ा सह रही हैं।
यही नहीं हमारे देश में आज लोग भ्रष्टाचार, घूसखोरी, रिश्वतखोरी, अपराध, हिंसा आदि में बुरी तरह संलिप्त है, जो कि हमारे देश के लिए बेहद निंदनीय हैं और यह हमारे देश को आगे बढ़ने से रोक रहा है।
वहीं इस देश के नागरिक होने के नाते हम सभी भारतीयों का पुनीत कर्तव्य है कि हम सभी मिलकर अपनी और देश की स्वतंत्रता की रक्षा करें, इसके साथ ही अपने देश को आगे बढ़ाने के लिए काम करें साथ ही देश में घूसखोरी, रिश्वतखोरी, जमाखोरी आदि को खत्म करने का संकल्प लें साथ ही देश की प्रगति और विकास के साधक बने और न कि बाधक।
वहीं इसी के साथ मै अपने इस भाषण को विराम देता हूं/देती हूं, लेकिन अंत में कुछ पंक्तियां कहना चाहती हूं/चाहता हूं –
“आजाद भारत के लाल हैं हम आज शहीदों को सलाम करते हैं युवा देश की शान हैं हम अखंड भारत का संकल्प करते हैं।। भारत माता की जय।”
स्वतंत्रता दिवस पर भाषण – 15th August Speech in Hindi For Teachers
सर्वप्रथम स्वतंत्रता दिवस की आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। आदरणीय अतिथिगण, सम्मानीय प्रधानाध्यक जी, सभी अभिभावक और यहां पर मौजूद सभी शिक्षकगण, मेरे सहपाठियों एवं प्रिय छात्र-छात्रों सभी को मेरा सादर प्रणाम।
मुझे बेहद खुशी हो रही है कि आज मुझे राष्ट्रीय एकता और सदभाव के इस पावन पर्व के मौके पर अपने विचार रखने का सुनहरा अवसर प्रदान हुआ है, इसके लिए मै आप सभी का आभार प्रकट करती हूं / करता हूं।
जाहिर है कि यहां पर हम सभी आजादी के इस पर्व का जश्न मनाने के लिए और उन वीर सपूतों की कुर्बानियों को याद करने के लिए इकट्ठे हुए जिनके त्याग और समर्पण की बदौलत आज आजाद भारत में चैन से सांस ले पा रहे हैं।
राष्ट्रीयता के इस पर्व के मौके पर मैं अपने इस भाषण में देश के उन शहीदों के बारे में जिक्र करूंगीं/करूंगां, जिन्होंने देश की आजादी के लिए न सिर्फ अपना पूरा जीवन कुर्बान कर दिया बल्कि हंसते हुए अपने प्राणों की आहूति दे दी। देश के ऐसे शूरवीरों की शौर्यता के बारे में सुनकर आप भी वीरों की जन्मभूमि भारत में पैदा होने पर फक्र महसूस करेंगे।
मै अपने इस भाषण की शुरुआत स्वतंत्रता दिवस पर लिखीं गईं कुछ पंक्तियों के माध्यम से करना चाहता हूं / चाहती हूं –
“उनके हौसले का भुगतान क्या करेगा कोई, उनकी शहादत का कर्ज देश पर उधार है, आप और हम इसलिए खुशहाल हैं, क्योंकि सीमा पर सैनिक शहादत को तैयार हैं।।”
कई सालों की गुलामी करने के बाद 15 अगस्त, 1947 को हमारा भारत देश आजाद हुआ था। देश को आजाद करवाने के लिए चन्द्र शेखऱ, आजाद, भगत सिंह, महात्मा गांधी, बाल गंगाधर तिलक, सरदार वल्लभ भाई पटेल, रानी लक्ष्मी बाई, नेता जी सुभाष चन्द्र बोस, तात्या टोपे समेत कई वीर जवानों ने अपने पूरे जीवन भर स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी, वहीं इनमें से कई शूरवीरों ने देश की आजादी के लिए अपनी शहादत तक दे दी थी।
इस मौके पर मै अपने वीर जवानों की बलिदानों को याद करते हुए कुछ पंक्तियां पेश करना चाहता हूं –
“आओ मिलकर सब अपने देश का सम्मान करें, शहीदों की शहादत को आज याद करें, एक बार फिर से राष्ट्र की कमना, हम हिंदुस्तानीी अपने हाथ धरे, आओ स्वतंत्र दिवस का सभी सम्मान करें।।”
महान स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग, बलिदान और समर्पण का नतीजा है कि एक ऐसे भारत में सुख और चैन से रह रहे हैं।
वहीं आज 15 अगस्त का दिन इन्हीं वीर सूपतों की कुर्बानियों को याद करने का दिन है, शहीदों की शहादत को श्रद्धा से नमन करने का दिन और तिरंगा झंडा फहराकर भारत देश का मान रखने का दिन है।
उन सैनिकों को जज्बे को सलाम करने का दिन है, जो सीमा पर तैनात होकर हमारे प्राणों की रक्षा करते हैं और हम पर कोई आंच नहीं आए इसके लिए सदैव अपने जान न्योछावर करने तक को तैयार रहते हैं।
वहीं अगर हमारे देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों ने स्वाधीनता पाने के लिए इतना संघर्ष नहीं किया होता है और इतनी लड़ाईयां नहीं लड़ी होती तो आज भी हम गुलामी की बेड़ियों में बंधे होते और हमारी अपनी कोई पहचान नहीं होती है।
आज के दिन हर भारतवासी को फक्र करना चाहिए कि आज हम विश्व के सबसे लोकतंत्रात्मक और धर्मनिरपेक्ष देश में बिना किसी डर के सुकून से रह रहे हैं।
एक ऐसे देश में रह रहे हैं जहां कई अलग-अलग तरह की जाति, धर्म, पंथ, संप्रदाय के लोगों की रीति-रिवाज, संस्कृति, भाषा, रहन-सहन, पहनावा आदि में कई विविधता होने के बाबजूद भी राष्ट्रीय एकता ही इसकी असली पहचान है।
हालांकि, आजादी के इतने साल बाद आज भी हमारा देश आतंकवाद की बेड़ियों में बंधा हुआ है, देश की ज्यादातर महिलाएं अपने फैसले लेने के लिए स्वतंत्र नहीं हैं, उनसे जुड़े फैसले आज भी उनके पिता, भाई या फिर पति द्धारा ही लिए जाते हैं, देश का हर विभाग घूसखोरी, रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार में संलिप्त है,आज भी हमारे लोकतंत्रात्मक देश में जाति को आधार बनाकर राजनेता चुनाव लड़ते हैं जो कि बेहद निंदनीय है।
अर्थात, हम सभी भारतीयों को देश में फैली इन सभी बुराइयों को खत्म करने के लिए एक साथ मिलकर संकल्प लेना चाहिए इसके साथ ही देश के प्रत्येक नागरिक को एक जिम्मेदार, सभ्य और शिक्षित नागरिक बनने की शपथ लेनी चाहिए एवं देश के विकास को गति देने के लिए सदैव प्रयत्नशील रहना चाहिए और हम सभी को राष्ट्रीय एकता और अखंडता को बनाए रखना अपना कर्तव्य समझना चाहिए।
तभी हमारा भारत देश और अधिक विकास कर सकेगा और विश्व का सबसे उन्नत एवं प्रगतिशील देश कहलाएगा। इस भाषण का अंत मै कुछ पंक्तियों के माध्यम से करना चाहता हूं / चाहती हूं –
“भूल न जाना भारत मां के सपूतों का बलिदान इस दिन के लिए हुए थे जो हंसकर कुर्बान आजादी का जश्न मनाकर लो ये शपथ कि बनाएंगे अपने देश भारत को और भी महान।। जय हिन्द, जय भारत।”
स्वतंत्रता दिवस पर भाषण – Swatantrata Diwas Par Bhashan
माननीय मुख्य अतिथि, सम्मानीय प्रधानाचार्य जी, आदरणीय अध्यापकगण, अभिभावक, मेर सहपाठी और मेरे प्यारे भाई-बहनों आप सभी को मेरा सादर प्रणाम। आप सभी लोगों को आजादी के इस पर्व की हार्दिक बधाईयां।
जैसे कि हम सभी जानते हैं कि आज… वां है। इस स्वतंत्रता दिवस के सुनहरे अवसर पर हम सभी लोग इसका जश्न मनाने के लिए इकट्ठे हुए हैं। मुझे बेहद गौरान्वित महसूस हो रहा है कि 15 अगस्त के स्वर्णिम दिन पर मुझे आप लोगों के समक्ष अपने विचार रखने का मौका मिला है। मैं इसके लिए आप सभी का तहे दिल से आभार प्रकट करता हूं/करती हूं।
स्वतंत्रता दिवस का यह पर्व हम सभी भारतीयों के अंदर देश के प्रति प्रेम, सम्मान, निष्ठा, सोहार्द आदि का भाव पैदा करता है एवं अपने देश के लिए अपने कर्तव्यों की याद दिलवाता है।
इसके साथ ही यह पर्व देश के उन शूरवीरों और स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों को याद दिलवाता है, जिन्होंने देश को आजाद करवाने के लिए खुद का जीवन पूरी तरह समर्पित कर दिया था और देश के लिए हंसते-हंसते अपने प्राणों को न्योछावर कर दिया था। यह पर्व देश के उन सैनिकों के लिए सम्मान पैदा करता है जो चिलकती धूप और हांड कंपा देने वाली ठंड में भी दिन और रात हमारी रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने के लिए तत्पर रहते हैं।
इसके अलावा राष्ट्रीयता का यह पर्व हमें अपनी स्वतंत्रता का सम्मान करना और इसकी रक्षा करना भी सिखाता है।
हम सभी भारतीय बेहद सौभाग्यशाली हैं कि हम सभी को आजादी के पर्व के जश्न मनाने का मौका मिला है। इस पर्व पर आजादी के जश्न की शुरुआत हम अपने देश का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा झंडा फहराकर करते हैं।
जो कि हमारे देश की आन-बान और शान है और इस मौके पर मैं देशभक्ति पर लिखीं गईं कुछ पंक्तियां पेश करना चाहता हूं/चाहती हूं
“आजादी की कभी शाम नहीं होने देंगे शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगे बची हो जो एक बूंद भी लहू की तब तक भारत माता का आँचल नीलाम नहीं होने देंगे।।”
जैसे कि हम सभी जानते हैं कि, 15 अगस्त, 1947 को हमारा भारत देश कई सालों की गुलामी सहने के बाद ब्रिटिश शासकों के चंगुल से आजाद हुआ था।
सबसे पहले आजादी की घोषणा देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने अपने भाषण से की थी, और इसके बाद लाल किले के प्राचीर में तिरंगा झंडा फहराया था, तब से लेकर आज तक आजादी के इस पर्व पर देश के प्रधानमंत्रियों द्धारा लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है और इस मौके पर कई रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
इस दौरान जल, थल और वायु तीनों सेनाओं के द्धारा अपने अद्भुत शक्ति का तो प्रदर्शन किया ही जाता है साथ ही देश के सभी राज्यों द्धारा अपनी-अपनी संस्कृति और विरासत को झांकी के रुप में प्रर्दशित किया जाता है।
राष्ट्रगान की धुनों पर राज्यों की झांकियां निकलती है। इस दिन हर तरफ देशभक्ति से ओतप्रोत वातावरण रहता है और पूरा देश आजादी के जश्न में डूबा रहता है। सभी भारतीय इस मौके पर देश के शूरवीरों की शहादत को याद करते हैं एवं उन्हें श्रद्धापूर्वक श्रद्धांजली देते हैं।
भारत के महान स्वतंत्रता सेनानियों और सच्चे वीर सपूतों ने हमारी भारत भूमि को क्रूर ब्रिटिश शासकों के चंगुल से स्वतंत्र करवाने के लिए खुद को देश के लिए पूरी तरह समर्पित कर दिया और अपनी अंतिम सांस तक देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी।
इन वीर जवानों के त्याग, बलिदान और समर्पण की वजह से ही आज हम आजाद भारत में सुख, चैन की सांस ले पा रहे हैं।
वहीं स्वतंत्रता दिवस के इस मौके पर मै वतन के लिए मर मिटने वाले भारत के शहीदों और वीर सपूतों को सलामी देता हूं और उन्हें कोटि-कोटि नमन करता हूं और उनकी कुर्बानियों और शहादत पर कुछ पंक्ति पेश करना चाहता हूं –
“आओ झुककर सलाम करें उन्हें, जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है|। खुशनसीब होता है वो खून, जो देश के काम आता है।। देश के शहीदों को शत-शत नमन।।”
जाहिर है कि आज हम देश के इन वीर सपूतों के त्याग और बलिदान की वजह से ही सुख और शांति पूर्वक अपने जीवन जी पा रहे हैं और हमारा देश दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रुप में आज विकास के सही राह पर चलकर सफलता की नई ऊंचाईयों को छू रहा है।
लेकिन आजादी के इतने साल बाद आज भी मुझे यह सवाल अंदर से कचोटता रहता है कि क्या स्वतंत्रता पाने के इतने सालों बाद भी हम अपने देश के संविधान के लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल हो सके हैं ?
यह कहते हुए मुझे बेहद शर्मींदगी महसूस हो रही है कि आज हमारे देश में बेरोजगारी, गरीबी, भ्रष्टाचार, बलात्कार, हिंसा, आतंकवाद, अपराध, महिलाओं पर बढ़ रहे अत्याचार चोरी, दंगे, हड़ताल जैसे तमाम समस्याएं मुंह बाएं खड़ी हुईं हैं और इसके साथ लगतार बढ़ रहा आतंकवाद और उग्रवाद हमारे तिरंगे की शान को चुनौती दे रहा है।
यही नहीं फसलों की सही कीमत नहीं मिलने की वजह से हमारे देश के ज्यादातर कर्ज के डूबे किसान आज आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं।
कई लोग भोजन नहीं मिलने की वजह से भूखे पेट सोने के लिए मजबूर है, तो न जाने कितने लोग हमारे देश में ऐसे हैं जो रोजाना भुखमरी की वजह से अपनी जान गंवा रहे हैं।
वहीं हमारा देश ऐसे लोगों से अटा पड़ा है, जिनके तन पर पहनने के लिए कपड़ा नहीं है, रहने के लिए सिर पर छत नहीं है, बीमारी के इलाज के लिए पैसे नहीं हैं। देश में महिलाएं, बच्चियां महफूज नहीं हैं।
कोई भी दिन ऐसा नहीं जाता जब न्यूज पेपर और न्यूज चैनलों में बलात्कार और हत्याएं जैसे जघन्य अपराधों की खबरें न छपी हों। बढ़ते अपराधों की वजह से आज हमारा देश फिर से गुलामी की बेड़ियों में बंध गया है।
ऐसी गुलामी से देश को सुरक्षित करने के लिए हम सभी को फिर से एक साथ होने की जरूरत है और इसके खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करने की जरूरत है क्योंकि इस तरह के जुर्म हमारे देश को आगे बढ़ने से रोक रहे हैं और हमारे देश की प्रगति में बाधा पैदा कर रहे है तो चलिए हम सब मिलकर इस स्वतंत्रता दिवस के पावन मौके पर एक साथ यह शपथ लेते हैं कि –
“विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ऊंचा रहे हमारा इसकी शान न जाने पाए चाहे जान भले ही जाए।।”
फिलहाल इन्हीं शब्दों के साथ मै अपने इस भाषण को विराम देता हूं / देती हूं।
धन्यवाद, जय हिन्द, जय भारत !!
अगले पेज पर और भी …
87 thoughts on “15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर भाषण”
जय हिन्द जय भारत ||
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15 अगस्त पर हिंदी में भाषण (15 August Speech In Hindi): स्वतंत्रता दिवस पर 10 मिनट, 5 मिनट और 750 शब्दों में भाषण
Updated On: August 28, 2024 05:59 PM
- स्वतंत्रता दिवस पर भाषण (Independence Day Speech)
- 15 अगस्त पर 10 मिनट का भाषण (Swatantrata Diwas par …
- 15 अगस्त पर 5 मिनट के लिए भाषण (Swatantrata Diwas …
- 15 अगस्त पर 750 शब्दों में भाषण (Swatantrata Diwas par …
- अच्छा भाषण देने के टिप्स (Tips to give a good …
स्वतंत्रता दिवस पर भाषण (Independence Day Speech)
15 अगस्त पर 10 मिनट का भाषण (Swatantrata Diwas par 10 Minute ka Hindi me Bhashan)
प्रिय प्रधानाचार्य महोदय, आदरणीय शिक्षकगण, और मेरे प्रिय साथियों, आज हम सभी यहां 15 अगस्त के पावन अवसर पर एकत्रित हुए हैं। यह दिन भारत के इतिहास में अत्यधिक महत्वपूर्ण और गर्व का दिन है क्योंकि इसी दिन 1947 में हमारे देश ने अंग्रेजी हुकूमत से स्वतंत्रता (Independence From English Rule) प्राप्त की थी। यह दिन हमें न केवल स्वतंत्रता संग्राम के वीर सेनानियों के बलिदानों की याद दिलाता है, बल्कि हमें उनके संघर्ष, त्याग, और बलिदान की प्रेरणा भी देता है। यह हमारे देश के उन अनगिनत सपूतों की याद में मनाया जाता है, जिन्होंने अपनी जान की बाजी लगाकर हमें आज़ादी दिलाई। स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास: भारत की स्वतंत्रता का संघर्ष (India's Struggle for Independence) एक लंबी और कठिन यात्रा थी। 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम (First War of Independence of 1857) से लेकर 1947 तक, यह संघर्ष कई चरणों से गुजरा। पहले भारतीय स्वतंत्रता संग्राम (Indian Freedom Struggle) में मंगल पांडे जैसे वीर सेनानियों ने अपने साहस का परिचय दिया, जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह की चिंगारी को प्रज्वलित किया। इसके बाद बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपत राय, और बिपिन चंद्र पाल जैसे नेताओं ने जन-जन में राष्ट्रवादी चेतना का संचार किया। "स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है" (Swaraj is my birthright) का उद्घोष करते हुए तिलक ने देशवासियों को अंग्रेजों के खिलाफ संगठित होने का आह्वान किया। महात्मा गांधी के नेतृत्व में स्वतंत्रता संग्राम ने एक नया मोड़ लिया। गांधी जी ने सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलकर देश को एकजुट किया। उनके नेतृत्व में 1920 में असहयोग आंदोलन, 1930 में नमक सत्याग्रह और 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन जैसे महत्वपूर्ण आंदोलन हुए। गांधी जी के अहिंसक आंदोलन ने न केवल देश में अपार जनसमर्थन प्राप्त किया, बल्कि अंग्रेजी हुकूमत को भी घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। 15 अगस्त 1947 का वह ऐतिहासिक दिन: 15 अगस्त 1947 का दिन हमारे इतिहास का एक स्वर्णिम पृष्ठ है। इसी दिन भारत ने लगभग 200 वर्षों की गुलामी के बाद स्वतंत्रता की सांस ली थी। इस दिन हमारे देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले से तिरंगा फहराया और 'भारत के भाग्य विधाता' के रूप में एक नए युग की शुरुआत की। उनका वह ऐतिहासिक भाषण 'ट्रिस्ट विद डेस्टिनी' (tryst with destiny) आज भी हमारे हृदय में गूंजता है, जिसमें उन्होंने कहा था, "हमारा देश जाग रहा है, हमारा देश स्वतंत्र हो गया है।" स्वतंत्रता के बाद की देश के सामने चुनौतियां: स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत के सामने अनेक चुनौतियां थीं। विभाजन के कारण लाखों लोग बेघर हो गए थे, और सांप्रदायिक दंगों ने देश को झकझोर दिया था। अर्थव्यवस्था बदहाल थी और अशिक्षा, गरीबी, और बेरोजगारी जैसी समस्याएँ सिर उठाए खड़ी थीं। लेकिन हमारे नेताओं ने अपने अदम्य साहस और धैर्य से इन चुनौतियों का सामना किया। हमारे संविधान निर्माताओं ने एक सशक्त और लोकतांत्रिक संविधान का निर्माण किया, जिसने हमें एक मजबूत लोकतांत्रिक देश के रूप में स्थापित किया। स्वतंत्रता के बाद की हमारी प्रगति: स्वतंत्रता के बाद के 76 वर्षों में भारत ने अनेक क्षेत्रों में अद्वितीय प्रगति की है। कृषि, उद्योग, विज्ञान, तकनीक, और शिक्षा के क्षेत्र में हमने उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं। हरित क्रांति, श्वेत क्रांति, और आईटी क्रांति ने हमारे देश की अर्थव्यवस्था को सशक्त किया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने चंद्रयान और मंगलयान जैसी मिशनों के जरिए दुनिया को अपनी क्षमताओं का लोहा मनवाया। आर्थिक सुधारों और वैश्वीकरण के दौर में भारत ने वैश्विक मंच पर अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई। हमारा देश आज विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। शिक्षा के क्षेत्र में भी हमने महत्वपूर्ण प्रगति की है। आज हमारे देश के युवा दुनिया भर में अपनी प्रतिभा का परचम लहरा रहे हैं। देश में समाज और संस्कृति में बदलाव: स्वतंत्रता के बाद भारत ने समाज और संस्कृति के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण परिवर्तन देखे हैं। महिलाओं के अधिकार, सामाजिक न्याय, और समानता के मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया गया। जातिवाद, भेदभाव, और अस्पृश्यता जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ सशक्त कानून बनाए गए। हमारे समाज में जागरूकता और शिक्षा के प्रसार ने सामाजिक सुधारों की गति को तेज किया है। देश के प्रति हमारी जिम्मेदारियां: आज, जब हम स्वतंत्रता के इस महान दिवस का जश्न मना रहे हैं, हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि यह स्वतंत्रता हमें आसानी से नहीं मिली है। इसके लिए हमारे पूर्वजों ने अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया था। इस स्वतंत्रता को बनाए रखना और इसे और सशक्त करना हमारी जिम्मेदारी है। देश के नागरिक के रूप में हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है कि हम अपने कर्तव्यों का पालन करें। हमें अपने देश के संविधान का सम्मान करना चाहिए, कानून का पालन करना चाहिए, और देश की अखंडता और संप्रभुता को बनाए रखने के लिए सतर्क रहना चाहिए। हमें सामाजिक बुराइयों के खिलाफ लड़ना चाहिए, और देश के विकास में योगदान देना चाहिए। समाज में हमारी यानी हर नागरिक की भूमिका: हमारा देश आज भी कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। गरीबी, अशिक्षा, बेरोजगारी, और भ्रष्टाचार जैसी समस्याएँ आज भी हमारे सामने हैं। हमें इन चुनौतियों का सामना करने के लिए एकजुट होना होगा। हमारे देश के युवा हमारी सबसे बड़ी ताकत हैं। हमें अपने युवाओं को शिक्षा और कौशल के माध्यम से सशक्त करना होगा ताकि वे देश के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें। हमारा कर्तव्य है कि हम देश की एकता और अखंडता को बनाए रखें। हमें धर्म, जाति, और भाषा के आधार पर किसी भी प्रकार के विभाजन का विरोध करना चाहिए। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारा देश सामाजिक और आर्थिक न्याय की दिशा में निरंतर आगे बढ़े। नये भारत का सपना: आज हमें एक नवीन भारत के निर्माण का संकल्प लेना होगा। एक ऐसा भारत जहाँ कोई भूखा न हो, जहाँ सभी को शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं का अधिकार हो। एक ऐसा भारत जहाँ विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में हम विश्व में अग्रणी बनें, और जहाँ सभी नागरिकों को समान अवसर प्राप्त हो। हमारा देश विविधता में एकता का प्रतीक है। हमें इस विविधता को बनाए रखते हुए एक मजबूत और सशक्त राष्ट्र का निर्माण करना होगा। हमें अपने सांस्कृतिक धरोहरों और मूल्यों को संजोए रखना होगा और उन्हें आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाना होगा। उपसंहार: अंत में, मैं कहना चाहूँगा कि 15 अगस्त केवल एक तिथि नहीं है, यह हमारे लिए एक प्रतीक है—स्वतंत्रता, त्याग, बलिदान, और नई उम्मीदों का प्रतीक। यह दिन हमें याद दिलाता है कि स्वतंत्रता का मूल्य क्या है और इसे बनाए रखने के लिए हमें सतत प्रयास करना चाहिए। आइए, हम सभी मिलकर अपने राष्ट्र की प्रगति, शांति, और समृद्धि के लिए कार्य करें। हम अपने स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को साकार करने के लिए संकल्प लें और अपने देश को दुनिया में एक सशक्त और आदर्श राष्ट्र के रूप में स्थापित करें। जय हिंद! इसे भी पढ़ें: गणतंत्र दिवस 2024 पर भाषण
15 अगस्त पर 5 मिनट के लिए भाषण (Swatantrata Diwas par 5 minutes ka Hindi me Bhashan)
15 अगस्त पर 750 शब्दों में भाषण (swatantrata diwas par 750 sabdon me hindi me bhashan).
15 अगस्त पर हिंदी में भाषण (15 august speech in hindi) के लिए देशभर के स्कूलों में प्रतियोगिता रखा जाता है। जिसमें 15 अगस्त पर हिंदी में भाषण देने के लिए छात्र-छात्राएं बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हैं। स्वतंत्रता दिवस पर भाषण (independence day speech in hindi) में हम देश के महान विभूतियों को याद करने के साथ 15 अगस्त पर स्पीच (15 august par speech) के दौरान देश की प्रगति और आने वाले भविष्य का परिकल्पना भी करते हैं। छात्रों का समझ के लिए हम यहां 750 शब्दों में नीचे एक भाषण का प्रारूप दे रहे हैं। इससे छात्रों के अपना स्वतंत्रता दिवस पर भाषण (speech on independence day in Hindi) लिखने और बोलने में मदद मिलेगी। प्रिय सम्मानित अतिथि, आदरणीय प्रधानाचार्य, शिक्षकगण और मेरे प्रिय मित्रों, आज हम यहाँ 15 अगस्त के पावन अवसर पर एकत्रित हुए हैं। यह दिन हर भारतीय के लिए अत्यंत गर्व और सम्मान का प्रतीक है। 15 अगस्त 1947 को हमारा देश ब्रिटिश शासन से स्वतंत्र हुआ था, और इस दिन का महत्व हमारे हृदयों में सदा के लिए अंकित है। आजादी का यह उत्सव हमें उन वीर स्वतंत्रता सेनानियों की याद दिलाता है, जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर हमें स्वतंत्रता दिलाई। महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव और अनगिनत अन्य महान विभूतियों ने अपने संघर्ष और बलिदान से हमें आजादी दिलाई। उनके त्याग और समर्पण को हम कभी नहीं भुला सकते। आजादी के बाद, भारत ने विकास की नई ऊँचाइयों को छुआ है। हमने विज्ञान, तकनीक, चिकित्सा, शिक्षा और कई अन्य क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रयान और मंगलयान जैसे मिशनों से विश्व में अपनी पहचान बनाई है। हमारे वैज्ञानिकों, डॉक्टरों, इंजीनियरों और शिक्षाविदों ने विश्वभर में अपने कौशल का लोहा मनवाया है। लेकिन यह सब कुछ आसान नहीं था। स्वतंत्रता के बाद हमें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। सामाजिक असमानता, गरीबी, अशिक्षा, और बेरोजगारी जैसी समस्याओं ने हमें कई बार रोका, लेकिन हमारे नेताओं और नागरिकों ने मिलकर इन चुनौतियों का सामना किया और देश को आगे बढ़ाया। आज, जब हम 15 अगस्त का यह महोत्सव मना रहे हैं, हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि स्वतंत्रता के साथ-साथ हमें जिम्मेदारियों का भी निर्वहन करना है। हमारा कर्तव्य है कि हम देश के विकास में अपना योगदान दें। हमें अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए देश की प्रगति में सहायक बनना चाहिए। शिक्षा, स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण और सामुदायिक सेवा जैसे क्षेत्रों में हमें सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। हमारे देश की विविधता उसकी सबसे बड़ी ताकत है। विभिन्न धर्म, भाषाएं, संस्कृतियां और परंपराएं हमारे देश की पहचान हैं। हमें इस विविधता का सम्मान करना चाहिए और आपसी भाईचारे और सद्भावना को बढ़ावा देना चाहिए। यही हमारी सच्ची स्वतंत्रता है। आज के दिन हमें अपने संविधान का भी स्मरण करना चाहिए, जिसने हमें लोकतंत्र, समानता, स्वतंत्रता और न्याय का अधिकार दिया है। हमारे संविधान ने हमें एक सशक्त और एकजुट भारत का सपना दिखाया है, जिसे हमें साकार करना है। मित्रों, स्वतंत्रता दिवस हमें यह भी याद दिलाता है कि हमें अपने राष्ट्र के लिए सदैव समर्पित रहना चाहिए। हमें अपने इतिहास से प्रेरणा लेनी चाहिए और अपने भविष्य को सुनहरा बनाने के लिए कठिन परिश्रम करना चाहिए। हमें अपने स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए और उनके सपनों के भारत का निर्माण करना चाहिए। आज हम उन सभी सैनिकों को भी नमन करते हैं जो हमारी सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं। उनकी वीरता और त्याग हमें सुरक्षित और स्वतंत्र महसूस कराते हैं। उनके प्रति हमारा आभार और सम्मान सदैव बना रहेगा। अंत में, मैं यही कहना चाहूंगा कि स्वतंत्रता दिवस केवल एक दिन का उत्सव नहीं है, बल्कि यह हमें पूरे वर्ष प्रेरणा देने वाला एक महत्वपूर्ण दिन है। हमें इस दिन की महत्वता को समझते हुए अपने देश के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए। जय हिंद! जय भारत!
अच्छा भाषण देने के टिप्स (Tips to give a good speech)
- अपने दर्शकों का एनालिसिस करें और उसी अनुसार से भाषण में शब्दों का चयन करें।
- स्पीच देने से पहले कई बार प्रैक्टिस करें, ताकि जब आप भाषण दें तो आपको किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो और आप बिना रुके एक अच्छे फ्लो में भाषण दे सकें।
- भाषण में फैक्ट को रखें, ताकि लोग आपकी की स्पीच से जुड़ा हुआ महसूस करें।
- भाषण देने से पहले फैक्ट जैसे इतिहास सहित अन्य तथ्यों की जांच कर लें। अगर कोई गलती हो तो सुधार लें।
- स्पीच में फ्रीडम फाइटर आदि के बारे में जिक्र जरूर करें।
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एक अच्छे परिचय में श्रोताओं का ध्यान आकर्षित करना, विषय को बताना, विषय को प्रासंगिक बनाना, विश्वसनीयता स्थापित करना और मुख्य बिंदुओं का पूर्वावलोकन करना शामिल है। परिचय लिखित भाषण का अंतिम भाग होना चाहिए, क्योंकि वे अपेक्षाएँ निर्धारित करते हैं और उन्हें विषय-वस्तु से मेल खाना चाहिए।
"सुप्रभात/दोपहर/शाम: मैं (नाम) आज के लिए आपका वक्ता हूँ। मैं इस/../../ सुबह के कार्यक्रम में आपकी रुचि के लिए अग्रिम धन्यवाद देना चाहता हूँ। मुझे उम्मीद है कि मैं जो कहने जा रहा हूँ, वह आपको दिलचस्प/सूचनात्मक/स्पष्ट करने वाला लगेगा।"
अच्छा भाषण देने के लिए इन टिप्स को ध्यान में रखें-
- अपने दर्शकों का एनालिसिस करें और उसी हिसाब से भाषण में शब्दों का चयन करें।
- स्पीच देने से पहले कई प्रैक्टिस करें, ताकि जब आप भाषण दें तो आपको किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो और आप बिना रुके एक फ्लो में भाषण दे सकें।
- च में फ्रीडम फाइटर आदि के बारे में जिक्र जरूर करें।
समाज के गणमान्य लोगों के अलावा, कार्यालय के कर्मचारी व पदाधिकारी, छात्र व वरिष्ठ नागरिक 15 अगस्त को भाषण देते हैं। इस दिन कई जगहों पर वाद विवाद व भाषण प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाता है, जिसमें समाज के आम व्यक्ति प्रतियोगी बनकर हिस्सा लेते हैं।
भाषण में थीसिस/अच्छे विचार का परिचय दें। श्रोताओं को बताएं कि उन्हें इस विषय पर क्यों ध्यान देना चाहिए। भाषण के मुख्य भाग में एक परिवर्तन कथन दीजिए।
कहानी के माध्यम से दर्शकों को आकर्षित करना भाषण शुरू करने के सबसे शक्तिशाली तरीकों में से एक है। एक अच्छी तरह से बताई गई कहानी दर्शकों को अपने मन की आँखों से चीजों को "देखने" और वक्ता की भावनाओं में शामिल होने की अनुमति देगी।
भारत का स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाया जाता है। इस दिन हम उन वीर स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करते हैं जिन्होंने हमारी आज़ादी की लड़ाई में अपनी जान कुर्बान कर दी। 1947 में इसी दिन भारत पर ब्रिटिश संप्रभुता का अंत हुआ था।
भाषण देते समय हमेशा श्रोताओं का ध्यान रखना चाहिए। श्रोताओं और उनकी विविधता के बारे में जागरूक रहें। भाषण की शुरुआत श्रोताओं को आकर्षित करने वाली होनी चाहिए और उन्हें और अधिक सुनने के लिए प्रेरित करना चाहिए। यह श्रोताओं की रुचियों से संबंधित होना चाहिए।
15 अगस्त पर हिंदी में भाषण देने या लिखने से पहले आपको समझना होगा कि आप कहां भाषण दे रहे हैं। आप अगर स्कूल में भाषण दे रहे हैं तो आदरणीय अध्यापक, अभिभावक जैसे शब्दों के साथ शुरुआत कर सकते हैं। इसके बाद आजादी का महत्व और इतिहास के बारे में लिखें। इसमें उन महापुरुषों की जीवनी को भी शामिल कर सकते हैं, जिन्होंने आजादी के लिए अपना अमूल्य योगदान दिया है।
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